"द साउंड ऑफ म्यूजिक" साल्जबर्ग की वादियों में गूंजता संगीत / राकेश मित्तल

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"द साउंड ऑफ म्यूजिक" साल्जबर्ग की वादियों में गूंजता संगीत
प्रकाशन तिथि : 06 अप्रैल 2013


यह फिल्म दुनिया की सर्वाधिक लोकप्रिय संगीतमय फिल्मों में शुमार की जाती है। यह मारिया वॉन टैªप द्वारा लिखित आत्मकथा ‘द स्टोरी ऑफ द ट्रैप फेमिली सिंगर्स’ पर आधारित है। यह परिवार 1938 में नाजी सेना को चकमा देकर भागने में सफल रहा। फिल्म में मारिया वॉन ट्रैप की भूमिका अभिनेत्री जूली एंड्रयूज ने निभाई है। 1965 में प्रदर्शित इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के सारे रेर्कार्ड तोड़ दिए। वर्ष 1966 से 1971 तक यह विश्व की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी रही।

मारिया (जूली एंड्रयूज) एक चंचल, खूबसूरत युवती है, जो ऑस्ट्रिया के साल्जबर्ग स्थित एक कॉन्वेंट में नन बनने आई है। कॉन्वेंट के आसपास की खूबसूरत वादियां उसे मोह लेती हैं और वह अक्सर गुनगुनाती हुई उन पहाड़ियों में घूमने निकल जाती है। उसका चुलबुलापन और गायन कॉन्वेंट के अनुशासन से मेल नहीं खाता। अंततः कॉन्वेंट अधीक्षिका मदर एवेस (पैगी वुड) के आग्रह पर वह एक विधुर नौसेना अधिकारी कैप्टन जॉर्ज वॉन ट्रैप (क्रिस्टोफर प्लमर) के घर उसके सात बच्चों की गवर्नेंस बनकर आ जाती है। कैप्टन जॉर्ज सख्त नियम-कायदे वाला पिता है और बच्चों को कड़े अनुशासन में रखता है किंतु उसकी अनुपस्थिति में बच्चे उतने ही हुड़दंगी हो जाते हैं। बच्चे मारिया को बिल्कुल भी सहयोग नहीं करते और पिछली अनेक गवर्नेंसों की तरह उसे भी भगा देना चाहते हैं। लेकिन मारिया अपने मधुर व्यवहार और गीत-संगीत से धीरे-धीरे बच्चों का दिल जीत लेती है। वह उन्हें पिकनिक पर ले जाती है, झील में वोटिंग कराती है। जंगल, परिंदों और प्रकृति से साक्षात्कार करवाती है, जिनका अनुभव उन बच्चों ने पहली बार किया है।

धीरे-धीरे मारिया स्वयं कैप्टन को चाहने लगती है लेकिन कैप्टन की मंगनी उसकी एक अभिजात्य, अमीर और खूबसूरत पारिवारिक मित्र बैरनेस एल्सा श्रेडर (इलेनाफर पार्कर) से तय हो चुकी है। यह जानकर मारिया स्वयं को कैप्टन से दूर कर लेती है और वापस कॉन्वेंट में चली जाती है। बच्चों की जिद पर कैप्टन उसे फिर से अपने घर ले आता है। परिस्थितियां करवट लेती हैं। कैप्टन और वेरनेस की सगाई टूट जाती है और वह मारिया को चाहने लगता है। बाद में वे शादी कर लेते हैं। उन्हीं दिनों जर्मनी की नाजी सेना ऑस्ट्रिया में प्रवेश करती है। कैप्टन और मारिया को अपने हनीमून ट्रिप से वापस आना पड़ता है। कैप्टन को नाजी सेना में एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी लेने का आदेश जारी होता है। कैप्टन यह जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता क्योंकि वह नाजी सेना और उसके तौर-तरीकों को बिल्कुल पसंद नहीं करता। अंततः वह किसी तरह अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रिया से निकल भागने में सफल होता है।

इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियत इसका गीत-संगीत है। इसके गीतों को एलबम ऑफ द ईयर के प्रेमी अवार्ड के लिए नामांकित किया गया था। आज भी क्रिसमस के दिनों में इसके गीत टीवी पर धूम मचाए रहते हैं।

फिल्म की शूटिंग ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड की सीमा पर स्थित साल्जबर्ग की खूबसूरत नयनाभिराम वादियों में हुई है, जिसके कारण यह कानों के साथ-साथ आंखों को भी सुकून देती है। निर्माता-निर्देशक रॉबर्ट चाइज की इस फिल्म को दस श्रेणियों में ऑस्कर के लिए नामांकित किया गया था, जिसमें से इसने सर्वश्रेष्ठ फिल्म और निर्देशन सहित पांच पुरस्कार जीते। फिल्म की नायिका जूली एंड्रयूज ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का गोल्डन ग्लोब पुरस्कार जीता। अमेरिकन फिल्म इंस्टीट्यूट ने इसे विश्व की श्रेष्ठतम सौ फिल्मों में शामिल किया है|