'इक बंगला बने न्यारा' / जयप्रकाश चौकसे

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'इक बंगला बने न्यारा'
प्रकाशन तिथि : 20 दिसम्बर 2018


इत्तेफाक की बात है कि 23 वर्ष पूर्व इस कॉलम के पहले लेख का शीर्षक भी यही था। सायरा बानो ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है कि उनके उम्रदराज 95 वर्षीय पति दिलीप कुमार का बंगला बचाएं। दूसरी ओर बिल्डर का दावा है कि उसने 24 वर्ष पूर्व 25,000 रु. बयाना दिया था परंतु शेष रकम देकर कब्जा नहीं लिया। दिलीप कुमार की याददाश्त गए एक जमाना हो गया है परंतु बिल्डर की याददाश्त कमजोर है कि उसने शेष रकम देकर कब्जा नहीं लिया। बेचारी सायराबानो नहीं जानती कि हुक्मरान अभी तक 18 करोड़ बेघर लोगों को रैन बसेरा नहीं दिला पाया है। एक वादा सायरा जी से भी किया जा सकता है, निभाना उनकी आदत नहीं। यह हाल इधर 'भारत'का है तो उधर 'पाकिस्तान' का नजारा भी देखिए कि दिलीप कुमार पेशावर की 'किस्सा गो गली' में जन्मे थे और पड़ोसी के घर राज कपूर का जन्म हुआ था। दोनों के पिता गहरे मित्र थे। दिलीप कुमार के पिता ड्राई फ्रूट्स का व्यापार करते थे और पृथ्वीराज कपूर कॉलेज की पढ़ाई के लिए लाहौर गए थे। उनके पिता पुलिस अफसर थे। पृथ्वीराज 1928 में मुंबई आकर एंडरसन नाटक मंडली में अभिनय करने लगे थे और दिलीप कुमार के पिता ने मुंबई के निकट देवलाली में पुश्तैनी कारोबार जमाया था। दोनों की मुलाकात हुई तो दिलीप कुमार के पिता ने पृथ्वीराज को ताना दिया कि पठान होकर भी अभिनय करता है। उन्हें उस वक्त यह अनुमान नहीं था कि उनका पुत्र भी यही काम करने वाला है।

कुछ वर्ष पूर्व हुकूमते पाकिस्तान ने ऐलान किया था कि इन दोनों सितारों के पुश्तैनी घरों की मरम्मत कराकर संग्रहालय बनाया जाएगा। दोनों ओर के हुक्मरान ऐलान करके कभी अमल नहीं करते। ये उनकी फितरत है। उनके बीच तो एक अघोषित प्रतिस्पर्धा है कि कौन अवाम को अधिक कष्ट दे सकता है। दोनों का रुपया मूल्य खोता जा रहा है। पाकिस्तान में औद्योगिकरण नहीं हुआ। कुछ वर्ष पूर्व ही उन्होंने साइकिल कारखाना खोला है। सड़कों पर विदेशी कारें दौड़ती हैं और हवाई अड्डों से अमेरिकन जहाज उड़ान भरते हैं। सुना है वे चीन से मांगा पेट्रोल डालकर अमेरिकी जहाज उड़ाते हैं। पाकिस्तान की सड़कें अमेरिका ने अर्से पहले बना दी थीं, ताकि उनकी कारें सरपट दौड़ सकें। मध्य प्रदेश की सड़कें वाशिंगटन से बेहतर हंै ऐसा दावा भी किया गया था। अब उनके पास सड़कों का मुआयना करने के लिए खूब समय भी है।

दिलीप कुमार के बंगले का मामला चर्चा में है। राज कपूर का स्टूडियो बिक चुका है। ऋषि कपूर का बंगला तोड़ा जा चुका है जहां उनकी 21 माले की बिल्डिंग बन रही है। इस समय ऋषि कपूर को अमेरिका के अस्पताल में कीमोथैरेपी का दूसरा डोज दिया जा रहा है। शाहरुख 'मन्नत' में मुहाफिज हैं तो सलमान 'गैलेक्सी' के फ्लैट में माता-पिता के निकट बने हैं। आमिर खान का दफ्तर और घर बहुमंजिला इमारत में है। अक्षय कुमार पांच मंजिलों में तीन पर जमे हैं। अजय देवगन का बंगला धर्मेंद्र के बंगले के निकट है। लता मंगेशकर और आशा भोंसले के फ्लैट पेडर रोड स्थित प्रभु कृपा इमारत में हंै। दोनों ने पार्श्व गायन बंद कर दिया है परंतु सुबह की रियाज प्रार्थना की तरह जारी है। इनके होते भारत को गरीब नहीं कहा जा सकता।

एक दौर में पाली हिल के बंगले धरती से उगे हुए लगते थे और बहुमंजिला धरती की छाती में धंसे विशाल खंजर की मानिंद लगते हैं। लुटियन की बसाई दिल्ली में अनेक बंगले हैं जो सांसदों व मंत्रियों ने बांट लिए हैं और आम आदमी गुनगुनाता है 'जितनी भी बिल्डिंगें थीं, सेठों ने बांट लीं, अब ये फुटपाथ है आशियां हमारा, जेबे हैं अपनी खाली, वरना क्यों देता गाली ये पासबां हमारा, ये संतरी हमारा, रहने को घर नहीं है कहने को हिंदोस्ता हमारा...,

बहरहाल, पाकिस्तान की शायरा फहमीदा रियाज कहती हैं 'तुम बिल्कुल हम जैसे निकले अब तक कहां छुपे थे भाई? वही मूर्खता, वही गंवारपन जिसमें हमने सदियां गंवाई, आखिर पहुंची द्वार तुम्हारे अरे बधाई बहुत बधाई'