एनी टाइम मेरिज / अर्चना चतुर्वेदी

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जमाना आज ई मनुष्यों का है यानी इन्टरनेट पर सक्रिय मनुष्यों का। लोगों के पास मिलने का वक्त नहीं पर सोशल साइट्स पर एक्टिव रहते हैं। लोग पडौसियों तक को नहीं पहचानते सामने से निकल जाएँ तो राम-राम जय श्री कृष्णा तक नहीं बोलते पर वाट्स एप पर रोज गुडमोर्निंग होती है वह वो फूलों के गुलदस्तों संग। फेसबुक और ट्विटर की पोस्ट से इनके मूड का पता लगता है। और ऊपर से पैसे कमाने और करियर में आगे बढ़ने का प्रेशर। इस तरक्की का असर काम पर भी दिखने लगा है आजकल मीटिंग भी घर बैठे हो जाती हैं यानी कांफ्रेंस काल। । यदि हालत ऐसी ही रही तो आने वाले वक्त में लोग शादी के लिए वक्त भी नहीं निकालेंगे। जहाँ कुछ साल पहले तक जहाँ शादियाँ 8-10 दिन की होती थी, उसके बदले 1 दिन में निपटने लगे अब जब इस तरीके से टाइम कटिंग चल रही है तो शादी भी हो सकता है आने वाले समय में वेर्चुअल हो। पैसे कमाने की दौड़ में कोई लंदन तो कोई अमेरिका जा बसा है ऐसे मैं ना तो किसी के पास शादी के लिए वक्त है ना शादी अटेंड करने के लिए वक्त है। अब लड़के को छुट्टी नहीं मिल रही, लड़की भी वर्किंग है तो छुट्टियों का प्रॉब्लम तो होगा ही। इसलिए आप आने वाले समय में शादियाँ भी ऑनलाइन ही होंगी लड़का लंदन में बैठा है लड़की अमेरिका में बैठी है माँ बाप दिल्ली में बैठे हैं और पंडित जी बनारस में और ऑनलाइन शादी हो गई रिश्तेदार भी लाइव tv की तरह से शादी को ऑनलाइन देखेंगे। रिश्तेदारों के पास भी तो वक्त नहीं है ना। लड़की वाले बारातियों को डाइन आउट कूपन दे देंगे डिनर करने के लिए. रिश्तेदार लड़के लड़कियों के लिए गिफ्ट वाउचर दे देंगे फ्लिप्कार्ट या अमेजन आदि के या फिर अकाउंट में ऑनलाइन पैसे भी जमा करा सकते हैं। ऐसी शादी के कार्ड भी एकदम नए तरीके से बनाए जाएंगे यानी शादी एडवांस तो इनविटेशन भी एडवांस वैसे वाले आउटडेटेड कार्ड नहीं होंगे जिन पर लिखा होता है ' मेरे चाचू की शादी में जलूल-जलूल आना है" सब कुछ एकदम हाईटेक होगा इनविटेशन की भी वेब साईट या पेज बनेगा जिस पर लाइव बैडिंग यानी शादी अटैंड करने का टाइम और लिंक दिया जायेगा और रिकार्डेड शादी देखने का टाइम दिया जाएगा। कार्ड में होगा कितने बजे से कितने बजे तक शादी आप लाइव अटेंड कर सकते हैं यदि आपके पास ऑनलाइन आने का वक्त नहीं है तो आप रिकॉर्डिंग अगले आने वाले संडे को देख सकते हैं। शादी ऑनलाइन कुछ इस तरीके से होगी दिए गए टाइम पर अपने-अपने कंप्यूटर ऑनकरेंगे या अपने मोबाइल से ऑनलाइन होंगे, वहाँ पर वहाँ पर उपस्थित पंडित जी बोलेंगे लड़के-लड़की ऑनलाइन हो गए हैं... मम्मी पापा ऑनलाइन... लड़की के मां-बाप क्लोजअप में आएँ और कन्यादान की रस्म अदा करें। लड़के लड़की लैपटॉप के चारों तरफ फेरे ले, लड़की अपना मंगलसूत्र आगे स्क्रीन पर दिखाए ...अब लड़का उसे अपनी स्क्रीन पर टच कर दे अब लड़की खुद अपने गले में पहन ले ...अब इसी तरह सिंदूर भी लगा लिया जाये। और लड़के लड़की सोशल साइट्स पर अपना स्टेटस सिंगल से मेरिड कर सकते हैं। विवाह सपन्न हुआ सब आशीर्वाद टाइप करें लड़का लड़की एक-एक सेल्फी डालें जिसे एडिट करके जोड़ दिया जायेगा। पंडित जी पेमेंट भी ऑनलाइन ट्रांसफर हो जाएगी।

मुझे तो लगता है कि हम लोगों के जमाने के सात वचन भी अब पुराने पड़ चुके हैं। अभी आजकल के जमाने की तो वचन भी नए-नए जैसे लड़की या लड़का अपने पार्टनर के मोबाइल को नहीं छुएंगे उनके whatsapp मैसेज और facebook प्रोफाइल को नहीं देखेंगे कुल मिलाकर उनकी पर्सनल लाइफ में नहीं झाकेंगे।

दोनों के अपने-अपने स्पेस होंगे यानी अपने-अपने दायरे। आजकल की फ़िल्मों में तो हनीमून भी अकेले जाने का चलना शुरू हो गया है क्या पता लड़का लड़की हनीमून भी साथ जा पायें या नहीं? उन दोनों को साथ में छुट्टी मिले या नहीं? अब यह तो उन दोनों के ऊपर ही छोड़ देते हैं।

पर कुछ भी कहो ये शादी कितनी मजेदार होगी ना? ट्रैफिक में फंसे ...नाही टाइम वेस्ट हुआ, ना शोर शराबा सुना, न खाने की लाइन में लगे सब कुछ घर बैठे बिठाए आराम से हो जाएगा ये हुई ATM शादी जिस तरह एनीटाइम मनी होता है उसी तरह से एनी टाइम मेरिज।