ऑक्सीजन संकट में सांसों के दो खाते / जयप्रकाश चौकसे

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ऑक्सीजन संकट में सांसों के दो खाते
प्रकाशन तिथि : 24 अप्रैल 2021

लद्दाख में फिल्म शूटिंग करने के पहले यूनिट सदस्यों को हिदायत दी जाती है कि शराब का सेवन नहीं करें क्योंकि शराब पीने के बाद व्यक्ति को औसत से अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है। युद्ध फिल्में बनाने के लिए जाने वाले एक फिल्मकार ने न केवल यह हिदायत ही नहीं दी वरन् ऑक्सीजन की कमी के कारण यूनिट के 4 सदस्य मारे गए तो उनके मृत शरीर को उनके घर पहुंचाने की जिम्मेदारी भी नहीं ली। कोरोना कालखंड में ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी और कालाबाजारी भी हो रही है। कहते हैं कि संकट के समय मनुष्य एकजुट हो जाते हैं, परंतु महामारी ने सब कुछ बदल दिया है। आज भी कुछ लोग भलाई का काम कर रहे हैं।

हवाई जहाज के ऊंचाई पर आते ही यात्रियों को सूचित किया जाता है कि हर सीट के ऊपर ऑक्सीजन उपलब्ध है और ऑक्सीजन की कमी होने पर मास्क तो स्वतः ही यात्री के पास आ जाता है। धनाढ्य व्यक्ति के बहुमंजिले में एक माले पर छोटा सा अस्पताल बना होता है, वे अमीर भी क्या अमीर हैं जो अपने लिए एक अदद अस्पताल भी नहीं बना सके? साधनहीन व्यक्ति केवल प्रार्थना के सहारे जीता है।

जेम्स बॉन्ड फिल्मों में नायक और खलनायक समुद्र तल पर पीठ पर बंधे ऑक्सीजन सिलेंडर की नली काटने का प्रयास करते हैं। व्हेल और शार्क मछली समुद्र सतह पर आकर लंबी सांस लेती हैं। सारे जीव-जंतु और मनुष्य अपने ढंग से ऑक्सीजन प्राप्त कर लेते हैं। नाक से ली गई सांस, पेट की निचली सतह पर खींचे जाने पर अधिकतम ऑक्सीजन, फेफड़ों को मजबूत करती है। सांस लेने और छोड़ने पर एक ध्वनि होती है। खाकसार की लिखी ‘कत्ल’ में बेवफा, गहरी सांस लेने के कारण अंधे व्यक्ति की गोली का शिकार हो जाती है। अंधे ने ध्वनि पर निशाना साधने का अभ्यास किया था। शरीर की फैक्ट्री में ही ऑक्सीजन निर्माण का काम योग द्वारा किया जा सकता है। पैदल चलने से भी सांस की कवायद होती है। कुछ लोग पैरों में पंख लगाकर दौड़ते भी हैं। पेड़-पौधे अलसुबह कार्बन डाइऑक्साइड निकालते हैं और सूर्योदय के समय ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं। शास्त्रीय गायक सांस पर पूरा नियंत्रण रखते हैं। नुसरत फतेह अली और उनके घराने के गायक कार्यक्रम के दिन कुछ नहीं खाते। गायन के समय उनका वजन घट जाता है, जिसकी पूर्ति कार्यक्रम के बाद भोजन द्वारा की जाती है।

सलमान खान अपनी यूनिट के साथ रूस में शूटिंग कर रहे हैं। रूस में बर्फ गिरते ही ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। फिल्म यूनिट पूरी तैयारी करके ही जाती है।

आजकल न्यूजीलैंड में बहुत फिल्मों की शूटिंग की जा रही है। विगत 5 माह से ऑस्ट्रेलिया में एक भी व्यक्ति को कोरोना नहीं हुआ है। वहां की व्यवस्था और नागरिक अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह करते हैं। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में कोरोना का प्रभाव अत्यंत कम हुआ है। कुछ देश के नेताओं ने कोरोना के कारण अपनी भारत यात्रा स्थगित की है। ऑस्ट्रेलिया में आने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटाइन में रखा जाता है।

ऑक्सीजन का संबंध अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से भी है, क्योंकि अनकही बात से दम घुट सकता है। मराठी की फिल्म ‘श्वास’ में एक पिता को ज्ञात होता है कि उसका पुत्र अधिक समय तक जी नहीं सकता। उसे लाइलाज रोग है। पिता अस्पताल की सुरक्षा कर्मियों से बचकर अपने बेटे को लेकर भाग जाता है। उसे मेले-तमाशे दिखाता है, उसकी पसंद की मिठाई खिलाता है। वह उसे भरपूर आनंद देता है।

कुछ साधक स्वयं को धरती के भीतर लंबे समय तक के लिए गाड़ लेते हैं। धरती के भीतर जाने वे कैसे सांस लेते हैं। कुछ समय बाद उन्हें धरती से निकाला जाता है। वे लंबी सांस लेते हैं। क्या फेफड़ों में सांसों का फिक्स्ड डिपॉजिट होता है और करंट अकाउंट भी होता है? क्या विमुद्रीकरण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता।