कटरीना कैफ: नया पता, पुराना आशिक / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि :10 जून 2017
कटरीना कैफ ने एक नया फ्लैट खरीद लिया है और उसमें रहना प्रारंभ करने के दिन एक दावत दे रही हैं। इस दावत में सलमान खान का परिवार निमंत्रित है और अपनी आगामी फिल्म 'जग्गा जासूस' के फिल्मकार भी निमंत्रित हैं, परंतु फिल्म के नायक रणबीर कपूर जिनके साथ कभी उनके अंतरंग सम्बंध थे, को निमंत्रित नहीं किया गया है। ज्ञातव्य है कि जब रणबीर कपूर और कटरीना घनिष्ठ थे, तब उन्होंने एक भव्य फ्लैट किराये पर लिया था और दोनों ने मिलकर वैसे ही सजाया था, जैसे फिल्म 'वेक अप सिड' में कपूर और कोंकणा सेन को करते हुए दिखाया गया था। जीवन और फिल्म एक-दूसरे की अनुकृति बन जाते हैं।
ये कटरीना के जीवन मूल्य हैं कि उन्होंने अपनी कमाई से पहले लंदन में दो मंजिला खरीदा ताकि एक माले पर परिवार रहे और दूसरे के किराये से उनका भरण-पोषण होता रहे। बैंकाक में जन्मी कश्मीरी पिता और ब्रिटिश मां की संतान कटरीना अपने आचार-विचार में नितांत भारतीय हैं। जाने कैसे परिवार के मूल्यों को भारतीय कहा जाने लगा, जबकि सभी देशों में परिवार के अर्थ से लोग परिचित हैं। अति आधुनिक माने जाने वाले अमेरिकी लोग भी पारिवारिक हैं। उनके यहां कमाने लायक होते ही संतान अपना घर बना लेती है, परंतु मेल मुलाकात और संवाद हमेशा कायम रहता है। अमेरिकी दकियानूसी की हद तक स्वयं को पारिवारिक सिद्ध करने पर तुले रहते हैं कि अपने राष्ट्रपति चुनाव में एक महिला को मत नहीं दिया, क्योंकि वे महिला से शासित नहीं होना चाहते थे। चुनाव पूर्व भयावह प्रचार हुआ कि महिला प्रतिनिधि का रूस और साम्यवाद से सम्बंध है और अब जाहिर हो रहा है कि विजयी व्यक्ति के चुनाव में रूस ने उसकी सहायता की है। वहां एक वॉटरगेट उजागर हुआ है, परंतु जीवन शैली के तहखाने में अनेक वॉटरगेट छुपे हुए हैं। हर अलमारी में एक कंकाल रखा हुआ है। बहरहाल, कटरीना को शाहरुख के साथ दोबारा अवसर आनंद राय की फिल्म में मिला है, जिसकी कल प्रारंभ हुई शूटिंग में वे मौजूद नहीं थीं, क्योंकि उनका काम दूसरे दौर में शुरू होगा। इन्हीं दिनों अनुराग बसु की 'जग्गा जासूस' के प्रोमो दिखाए जा रहे हैं, जिसमें रणबीर और कटरीना ने अभिनय किया है। इस फिल्म के सह-निर्माता स्वयं रणबीर हैं और फिल्म के प्रारंभ के समय कटरीना से उनकी अंतरंगता थी। प्रदर्शन प्रचार में कटरीना भाग नहीं ले रही हैं जो एक गैर-व्यावहारिक हरकत है, क्योंकि उन्हें प्रचार में हिस्सा लेना चाहिए। आजकल सितारों के अनुबंध में प्रचार के लिए तीन सप्ताह का समय आरक्षित किया जाता है।
रणबीर और कटरीना के अबोले का कोई प्रभाव फिल्म के बॉक्स ऑफिस परिणाम पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि हमारा आम दर्शक फिल्म देखने या न देखने का निर्णय पहले ही कर लेता है। उनके अपने तौर-तरीके हैं। यह तय है कि मधुर संगीत के होने से दर्शक की रुचि फिल्म देखने के प्रति बढ़ जाती है। हम सब पहले श्रोता हैं और दर्शक बाद में हैं। अब अगर जग्गा जासूस खूब सफल हो जाती है तो क्या कटरीना और रणबीर का अबोला दूर हो जाएगा। बॉक्स ऑफिस परिणाम फिल्मी रिश्तों को प्रभावित करते हैं। शुक्रवार दर शुक्रवार इस उद्योग में बहुत कुछ बदलता है। जब शाहरुख खान की कोई फिल्म का प्रदर्शन निकट आता है, तब वे अपने प्रतिद्वंद्वी सलमान खान के घर जरूर जाते हैं ताकि अवाम में जाहिर हो कि वे अभी भी मित्र हैं। एकमात्र शाहरुख खान ही यह नहीं करते, सभी सितारे अपने प्रचार पर ध्यान देते हैं। निदा फाज़ली ने सही फरमाया था कि हर एक आदमी में दस आदमी छुपे होते हैं। हम गौर करें कि रावण के दस सिर होना भी इसी बात का प्रतीक रहा है। पुरातन ग्रन्थों की आधुनिक परिभाषा आवश्यक है। केवल जीवन्त समाज में ही यह हो सकता है। हम इतने लापरवाह हैं कि अपनी अपार सांस्कृतिक सम्पत्ति से ही अपिरिचत हैं।