कटरीना कैफ निर्णायक दौर में / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि : 06 दिसम्बर 2013
कटरीना कैफ आमिर खान के साथ आदित्य चोपड़ा की 'धूम-3' मिलने पर अत्यंत प्रसन्न थीं और ऋतिक रोशन के साथ 'बैंग बैंग' मिलने पर खुश थीं परंतु आमिर ने 'धूम-3' की शूटिंग ऐन वक्त पर स्थगित कर दी। क्योंकि उनकी अपनी तैयारी संतोषप्रद नहीं थी। अत: कटरीना का काफी समय बेकार गया, उन्हें अनचाही छुट्टी मिली। जिन लोकप्रिय कलाकारों का समय टकसाल होता है उनके लिए घर बैठने का अर्थ भारी घाटा है और लोकप्रियता की रेस में पिछडऩा सहन करना आसान नहीं होता। इसी तरह ऋतिक की बीमारी के कारण 'बैंग बैंग' के भी दो दौर स्थगित हो चुके हैं। अत: अगर समय धन है तो कटरीना से ज्यादा कोई धनवान नहीं। इन घटनाओं के कारण दीपिका पादुकोण शिखर सितारा हो गईं।
आज से कुछ वर्ष पूर्व करीना कपूर ने नायकों को पूरा धन और उनके साथ काम करने वाली नायिकाओं को बाजार भाव से कम धन दिए जाने का प्रतिवाद किया तो आदित्य चोपड़ा की 'वीर जारा' और करण जौहर की 'कल हो न हो' उनके हाथ से निकल गई जिसका पूरा लाभ प्रीति जिंटा को मिला। ज्ञात है कि जिन निर्माताओं को शिखर नायक का साथ मिला हो, वह नायिका के साथ ऐसा व्यवहार करता है मानो फिल्म देकर उन पर एहसान कर रहा है। इस दौर में शिखर सितारे केवल मित्र निर्माताओं के साथ ही काम करते हैं। अब केवल धन दिखाकर फिल्म अनुबंधित नहीं की जाती, धन तो सभी दे रहे हैं और समान दे रहे हैं परंतु दोस्त के हाथ से लेने में आज के सितारों को मजा आता है। फिल्म उद्योग में 'शक्ति' बंदूक की नली या बैलट बॉक्स से नहीं आती, मित्रता से आती है। इस प्रक्रिया में दोस्त कब चमचे में बदल जाता है, यह उसे पता ही नहीं चलता। बहरहाल कटरीना ने करियर के स्तर पर कुछ खोया तो व्यक्तिगत स्तर पर बहुत कुछ पाया भी है। कई बार छुट्टियां काम के दिनों से ज्यादा स्थायी लाभ भी दे जाती हैं। खबर है कि 'धूम-3' के एक गीत के छायांकन पर पांच करोड़ का खर्च आया है और नृत्य निर्देशिका वैभवी मर्चेंट ने दस मिनट के इस एक 'मलंग' नामक नृत्य के लिए आमिर और कटरीना से एक महीना रिहर्सल कराई है। आजकल टेलीविजन पर नृत्य की तथाकथित प्रतियोगिता में सर्कसनुमा करतब प्रस्तुत किए जाते हैं और नृत्य से अधिक वे छाया युद्ध की तरह लगते हैं। इसी का भव्य बजट का बेहतर संस्करण यह नृत्य है। इसमें 35 फुट की ऊंचाई पर हवा में छलांगे लगाई गई हैं, एक्रोबेटिक्स की प्रस्तुति है पूरे दिन में दो सौ लोगों के परिश्रम से संपादित अंश बमुश्किल एक मिनट का मिलता था।
भव्य फिल्मों के निर्माण में कलाकारों को ज्यादा समय देना पड़ता है। घोर परिश्रम करना पड़ता है, परंतु सफलता से जुड़े अनेक लाभ हैं जिन्हें दर्शक नहीं देख पाता। मसलन भव्य फिल्म सफलता से विज्ञापन करने में अधिक धन मिलने लगता है गोयाकि सितारों के बहीखाते मेें लाभ-हानि के अतिरिक्त एक अदृश्य हिस्सा भी है। भारत में वीआईपी संस्कृति लोगों को कितने ही लाभ दिलाती है। उन्हें कभी कतार में नहीं खड़े होना पड़ता। यह भी अजब खेल है कि आम आदमी की भूमिका सितारे को खास बना देती है परंतु यही खेल राजनीति में अलग आदमी का मत स?ाा पर काबिज कर देता है और साधारण सा आदमी भाग्य विधाता बन जाता है।
बहरहाल कटरीना फिल्म उद्योग में 9 वर्ष पूरे कर चुकी हैं और सभी प्रमुख सितारों के साथ काम कर चुकी हैं। धूम-3 इस यात्रा का शिखर सिद्ध हो सकती है। यह भी संभव है कि व्यक्तिगत जीवन में भी वे सुख का शिखर पाने के करीब हों और 9 वर्ष पूर्व उन्होंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी।