किसान-सभा का लक्ष्य और काम / सहजानन्द सरस्वती
Gadya Kosh से
भारत में समाजवादी गणतांत्रिक राज्यों का ऐसा संघ स्थापित करना जिसमें सारी सत्ता श्रमजीवी शोषित जनता के हाथों में हो और इस तरह किसानों को आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा दूसरे शोषणों से पूर्ण छुटकारा दिलाना संयुक्त किसान आंदोलन का लक्ष्य है।
संयुक्त किसान आंदोलन का प्रधान काम है किसानों को संगठित करना ताकि वे अपनी तात्कालिक आर्थिक एवं राजनीतिक माँगों के लिए लड़ें और इस तरह श्रमजीवियों को हर तरह के शोषणों से छुटकारा दिलाने की अंतिम लड़ाई के लिए वे तैयार किए जाएँ।
किसान-मजूर (मजूर-किसान) राज्य की स्थापना के लिए होनेवाली घमासान में सक्रिय भाग तथा नेतृत्व के द्वारा उत्पादनकारी जनता के हाथों में सर्वोपरि आर्थिक एवं राजनीतिक सत्ता सौंपने के लिए संयुक्त किसान आंदोलन कृत प्रतिज्ञ है।