कॉपीराइट

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गद्य कोश हिन्दी साहित्य को इंटरनेट पर एक जगह लाने का सामूहिक प्रयास है। इस वेबसाइट पर संकलित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार रचनाकार या अन्य वैध कॉपीराइट धारक के पास सुरक्षित हैं। इसलिये गद्य कोश में संकलित कोई भी रचना या अन्य सामग्री किसी भी तरह के सार्वजनिक लाइसेंस (जैसे कि GFDL) के अंतर्गत उपलब्ध नहीं है। Literature pieces collected in Gadya Kosh are copyrighted by the respective writers and are, therefore, not available under any public license like GFDL

गद्य कोश और कॉपीराइट के बारे में

गद्य कोश ललित कुमार द्वारा स्थापित और संचालित वेबसाइट है। यद्यपि इसकी संभावना बहुत ही कम है तथापि यह संभव है कि किसी रचनाकार या प्रकाशक को उनके द्वारा लिखी गई या प्रकाशित की गई किसी रचना के गद्य कोश में होने पर आपत्ति हो। इसी से सम्बंधित कुछ बातें यहाँ नीचे दी जा रही हैं।

यह विकि तकनीक पर आधारित एक जालस्थल है और विश्व भर से लोग इसके विकास में भाग लेते हैं। गद्य कोश का उद्देश्य हिन्दी साहित्य को इंटरनेट पर एक जगह प्रतिष्ठित करना है ताकि पूरा संसार इसका लाभ उठा सके। गद्य कोश की स्थापना के पीछे एक ही आशा है कि कोश के अस्तित्व में आने से हिन्दी साहित्य का प्रचार-प्रसार तेजी से पूरे विश्व में हो सकेगा।

गद्य कोश में संकलित सभी रचनाओं के साथ रचनाकारों का नाम दिया जाता है जिससे रचनाकार को उचित श्रेय मिलता है

इंटरनेट आज के युग में सूचना प्रसार का सबसे बड़ा, लोकप्रिय और सशक्त माध्यम है। वर्तमान युग में इंटरनेट पर किसी भी सूचना को फैलने से रोका नहीं जा सकता। बच्चन की मधुशाला इस समय सैकडों जालस्थलों पर उपलब्ध है। हिन्दी की हज़ारो गद्य रचनाएँ इंटरनेट पर जहाँ-तहाँ फैली पडी हैं। गद्य कोश इन सभी रचनाओं को एक स्थान पर लाने का एक प्रयास मात्र है। रचनाकार स्वयं अपनी रचनाओं को गद्य कोश में संकलित करना चाहते हैं; क्योंकि इससे रचनाकार का साहित्य विश्वभर में पढा़ और सराहा जा सकता है। गद्य कोश के प्रशंसको में हिन्दी के बहुत से प्रख्यात रचनाकार भी शामिल हैं। और बहुत से रचनाकार जो अभी कोश में संकलित नहीं हैं -वे भी अपनी रचनाओं को कोश में संकलित करने के इच्छुक हैं।

देखा गया है कि प्रिंट माध्यम के पाठक और इंटरनेट के पाठक अलग-अलग होते हैं। जो लोग पुस्तक खरीद कर पढ़ने में रुचि रखते हैं -उन्हें इंटरनैट पर उपलब्ध मूल्यरहित सामग्री भी अच्छी नहीं लगती और वे पुस्तक खरीदकर ही पढ़ते हैं। साथ ही लोग पुस्तकें इस लिये भी खरीदते हैं क्योंकि पुस्तकों का घर और पुस्तकालय इत्यादि में संकलन किया जा सकता है और जब चाहे उसे पढ़ा जा सकता है। इसलिये गद्य कोश, किसी भी रचनाकार या प्रकाशक को किसी भी तरह की आर्थिक हानि नहीं पहुँचाता। इसके विपरीत गद्य कोश रचनाकार की रचनाओं को वहाँ तक भी पहुँचाता है जहाँ उनकी प्रिंट पुस्तक नहीं पँहुच पाती। इससे रचनाकार के पाठक-समूह में वृद्धि होती है। गद्य कोश में पुस्तकों के प्रकाशकों के नाम और पते भी देने की कोशिश की जाती है -इससे उन लोगों को प्रकाशक से सम्पर्क करने में सुविधा होती है जो पुस्तक को खरीदना चाहते हैं।

इस प्रकार गद्य कोश रचनाकार, प्रकाशक और पाठक; सभी के लिये लाभकर है। इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि गद्य कोश हिन्दी और हिन्दी साहित्य को विश्व भर में प्रसारित करने का एक सशक्त माध्यम है।

फिर भी यदि किसी रचनाकार / कॉपीराइट-धारक को कोई आपत्ति है तो कृपया gdayakosh@gmail.com पर सूचित कर दें। जिन रचनाओं के गद्य कोश में होने पर उनके कॉपीराइट-धारक आपत्ति प्रकट करेंगे; उन्हें सूचना मिलने पर गद्य कोश से हटा दिया जाएगा।