क्या विराट कोहली, अनुष्का शर्मा द्वारा निर्देशित होंगे? / जयप्रकाश चौकसे

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क्या विराट कोहली, अनुष्का शर्मा द्वारा निर्देशित होंगे?
प्रकाशन तिथि : 02 जनवरी 2022


अनुष्का शर्मा पुन: अभिनय क्षेत्र में प्रवेश करने वाली हैं। तीन कहानियों पर विचार चल रहा है। किसी एक को चुनने में समय लग सकता है। अनुष्का शर्मा और रणवीर सिंह ने आदित्य चोपड़ा की फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ में साथ काम किया था। यह अत्यंत मनोरंजक फिल्म सफल रही। इसमें दोनों के किरदार शादी आयोजनों के व्यवसाय से जुड़े थे। शुरुआत में उन्हें मध्यम वर्ग में ही काम मिलता है। दोनों का विचार था कि शादी समारोह में स्वादिष्ट भोजन ही लंबे समय तक याद रहता है। जीभ की स्मृति, कानों सुनी और आंखों देखी से अधिक समय तक बनी रहती है। यकृत शरीर का सबसे मजबूत अंग है और विचार प्रक्रिया मस्तिष्क की मजबूती का प्रतीक है। लोकप्रियता विचार प्रक्रिया के मजबूत किले में सेंध मार देती है। इस किले के तलघर में सुरंग बिछा दी जाती है। एक अमीर घराने द्वारा आयोजन का अवसर मिलता है और यह अत्यंत सफल होता है। इसकी खुशी शैंपेन पीकर मनाई जाती है। नशे के आलम में वे शारीरिक अंतरंगता की ओर बढ़ जाते हैं। परंतु पारंपरिक तर्क ही मूल्य मिथ्या अपराध बोध पैदा करते हैं। विवाह आयोजन के व्यवसाय में अहंकार टीम को तोड़ देता है। टीम टूट जाती है और उनके लिए स्वादिष्ट भोजन पकाने वाले किसी एक के साथ काम करने से इंकार कर देते हैं। आर्थिक मजबूरियां दरारें पाट देती हैं। यह एक सुखांत फिल्म है।

अनुष्का शर्मा ने सलमान खान के साथ ‘सुल्तान’ ने काम किया और आमिर खान के साथ ‘पीके’ में भी काम किया। शाहरुख खान के साथ अभिनीत उनकी फिल्म ‘जीरो’ अपने टाइटल शून्य की तरह साबित हुई। अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘एनएच10’ में युगल का अपहरण कर लिया जाता है। एक परिवार के सारे सदस्य इसमें लिप्त हैं। दीप्ति नवल इस दल की सरगना है। अनुष्का शर्मा अभिनीत पात्र की बेरहमी से पिटाई की जाती है। इसी समय उसके प्रेमी को बेरहमी से पीटा जाता है। प्रेमी को बुरी तरह घायल करके निर्जन स्थान पर मरने के लिए छोड़ दिया जाता है। जब अपराधी जश्न मना रहे होते हैं तब अनुष्का अभिनीत पात्र उनकी मदहोशी का फायदा उठाकर परिवार के एक शिशु को पकड़कर, उन्हें धमकी देती है कि शिशु को कुएं में फेंक देगी। दीप्ति नवल अभिनीत पात्र को आदेश देती है कि सारे सदस्यों को कमरे में बंद करके चाबी उसे दे दे और वह शिशु को आजाद कर देगी। पांचों अपराधी अपने आपको बचा लेते हैं और इसका पीछा करते हैं। एक स्थान पर नायिका लोहे के रॉड से उनकी पिटाई करती है। किसी के हाथ तो किसी का सिर फोड़ देती है। इस समय तक उसे ज्ञात हो जाता है कि उसके प्रेमी को मरणासन्न हालत में यह छोड़ आए हैं। अब वह एक घायल शेरनी की तरह अपराधियों पर टूट पड़ती है।

फिल्म के अंत में वह दीप्ति नवल अभिनीत पात्र दंडित नहीं करती है। वह कहती है कि उसके द्वारा दी गई क्षमा ही उसके लिए दंड है। हिंसक पशु समान अपने भाइयों के लिए अब वह रोती रहे। अनुष्का एक आधी पड़ी सिगरेट का एक कश लेती है और धुआं उड़ाते हुए हाथ में लोहे की रॉड को जमीन पर रखती है। रॉड के एक छोर को वह अपने हाथ में रखते हुए चलती है। सड़क पर रॉड के घिसटने की आवाज मानो उसका हमसाया है।

इस फिल्म में नायिका मदद के लिए हर घर की सांकल खटखटाती है, परंतु पूरा गांव एक पौराणिक कथा से प्रेरित नौटंकी देखने में मगन है। क्या फिल्मकार का यह संकेत है कि आवाम पौराणिकता के नशे में चूर अपने निर्मम यथार्थ से पलायन कर रहा है? अनुष्का शर्मा और विराट कोहली एक दूसरे की स्वतंत्रता को आदर देते हैं। कोहली ऑफ स्टंप से दूर जाती गेंद से छेड़छाड़ करते हैं। क्या वे इस गेंद को अनुष्का समझकर प्यार भरी छेड़खानी करते हैं। अनुष्का अपनी नई फिल्म में कोहली को भी मुख्य भूमिका देंगी! किसी भी सितारा टीम से अधिक इस जोड़ी की लोकप्रियता हो सकती है। आज भी भारत में पत्नी द्वारा निर्देशित होना पसंद नहीं किया जाएगा। सदियों पहले ही हमारे डीएनए में यह शामिल हो चुका है।

अनुष्का शर्मा पहले भी फिल्मों का निर्माण कर चुकी हैं। ‘एनएच10’ में भी वे बतौर प्रोड्यूसर जुड़ी रहीं। अनुष्का शर्मा निरंतर स्वयं को मांज रही हैं। आर्थिक सुरक्षा में वह कैद नहीं हैं। अनुष्का तो उस पंछी की तरह हैं जो पिजड़ा लेकर ही उड़ सकती हैं।