गणेशोत्सव: ज्ञान जागरण का सही समय / जयप्रकाश चौकसे

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गणेशोत्सव: ज्ञान जागरण का सही समय
प्रकाशन तिथि : 03 सितम्बर 2019


फिल्म उद्योग में गणेशोत्सव श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। नाना पाटेकर इन दिनों अभिनय नहीं करते। सलीम खान के घर उत्सव के दिनों में विशुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण किया जाता है। राज कपूर ने आरके स्टूडियो में गणपति उत्सव श्रद्धा और उत्साह से मनाया। अब आर के स्टूडियो बिक चुका है और उनकी गणेश उत्सव मनाने की परंपरा पर विराम लग चुका है। लालबाग का गणेशोत्सव सबसे अधिक लोकप्रिय है। जितेंद्र के परिवार में उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष तुषार कपूर गणपति मंडप सजा रहे हैं। मुंबई में जीवन की गति तीव्र है। अधिकांश लोगों के घर और कार्यस्थल के बीच का फासला काटने में प्रतिदिन 4 घंटे लग जाते हैं। हजारों लोग पुणे से प्रतिदिन मुंबई नौकरी करने आते हैं। उनके जीवनकाल का 40% समय सफर में बीत जाता है। जीवन में व्यावहारिक कठिनाई उनके उत्सव मनाने के तरीके को प्रभावित करती है। मुंबई में कुछ लोग केवल डेढ़ दिन के लिए, कुछ 3 दिन के लिए और 6, 7 तथा 10 दिन तक गणपति उत्सव मनाते हैं। हर घर में वर्ष भर ही गणपति को नमन किया जाता है परंतु सामाजिक उत्सव के रूप में वर्ष में एक बार मनाया जाता है।

ज्ञातव्य है कि अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वालों में अग्रणी बाल गंगाधर तिलक ने ही गणेशोत्सव को सामाजिक उत्सव के रूप में मनाना प्रारंभ किया था। उत्सव के दिनों पूजा-पाठ करते हुए स्वतंत्रता के लिए संघर्ष का संदेश अवाम तक पहुंचाया जाता था। दरअसल वर्तमान समय में भी सच्ची स्वतंत्रता के लिए संदेश दिया जाता जा सकता है। आर्थिक और सामाजिक स्वतंत्रता के बिना राजनीतिक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं रहता। आज खेल इतनी चतुराई से खेला जा रहा है कि जंजीर से बंधे अवाम को जंजीर दिखाई ही नहीं दे रही है। पूरा खेल ही जादू सा रचा गया प्रतीत होता है। यह सामूहिक सम्मोहन के इतिहास में नया अध्याय जुड़ रहा है।

लालबाग में स्थापित गणेश प्रतिमा को मुंबई का राजा कहा जा सकता है। लालबाग में उत्सव समाप्त होने के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट की मौजूदगी में दान पेटियां खोली जाती हैं। उसमें चिल्लर, करेंसी नोट के साथ सोने, चांदी के आभूषण भी निकलते हैं। इस जमा जोड़ में लंबा समय लगता है। यह धन समाज कल्याण के कार्य में लगाया जाता है। सुनील दत्त ने अपनी फिल्म 'दर्द का रिश्ता' के दृश्य के फिल्मांकन के लिए चौपाटी पर 11 कैमरे लगाए थे। रामगोपाल वर्मा ने 'सरकार' के लिए गणेश विसर्जन उत्सव में एक राजनैतिक उद्देश्य से की गई हत्या का दृश्य फिल्माया था। करण जौहर ने अपने पिता द्वारा बनाई गई फिल्म 'अग्निपथ' का दोबारा निर्माण ऋतिक रोशन, प्रियंका चोपड़ा और संजय दत्त के साथ किया था। जिसमें गणपति पूजन के समय ही हत्याकांड होता है। हमारे यहां त्योहार का भी क्षेत्रीकरण कर दिया गया है। गणपति उत्सव साधनहीन और मध्यम आय वर्ग का उत्सव बना दिया गया है तथा नवरात्र गरबा उत्सव अमीरों ने हथिया लिया है। गरबा खेलने के लिए महीनों पूर्व अमीरजादे मुंबई के ड्रेस डिजाइनर को 9 पोशाकों का आॅर्डर देते हैं। अब गरबा मुंबई में धूमधाम से मनाया जाता है। गुजराती व्यापारी सदियों से मुंबई में व्यवसाय कर रहे हैं। मनुष्य यात्राएं करता है, तो उसके साथ उसके उत्सव भी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं। सलमान खान ने गरबा आधारित 'लवरात्रि' बनाई थी।

वर्तमान में अवाम का जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ है। अतः कोई उद्योगपति मुंबई में गणेशोत्सव का स्थाई सेट लगाकर इसे प्रतिदिन का उत्सव बना सकता है। अमेरिका के डिजनी स्टूडियो में क्रिसमस स्ट्रीट का एक स्थाई सेट लगा है। मन उदास होने पर लोग क्रिसमस स्ट्रीट में जाकर अपने अवचेतन में उत्साह की तरंग जगाने का प्रयास करते हैं। आज आप स्वाभाविक रूप से प्रसन्न नहीं हो पाते। आपको जबरन उत्साह पैदा करना पड़ता है। कुरुक्षेत्र में लड़े गए युद्ध के समाप्त होने के लंबे समय बाद वेदव्यास युद्ध का असली कारण जानने का प्रयास कर रहे थे। उन्हें अश्वत्थामा मिला जो मृत्यु के लिए हर प्रकार के प्रयास कर रहा था। ज्ञातव्य है कि अश्वत्थामा को द्रौपदी ने श्राप दिया था कि वह सदैव जीवित रहेगा। गोयाकि जीवित बने रहना अत्यंत कष्टकारी है। बहरहाल वेदव्यास गंगा तट गए और प्रार्थना की कि पांडव और कौरव को मात्र एक दिन के लिए जीवित कर दें ताकि सब विचार कर सकें कि क्या युद्ध डाला जा सकता था। सभी पात्र पुनः गंगा तट आते हैं परंतु शीघ्र ही वे पुन: लड़ने लगते हैं। वेदव्यास मां गंगा से प्रार्थना करते हैं कि इन्हें वापस बुला लें।

नैराश्य में डूबे वेदव्यास की भेंट श्री गणेश से होती है। श्री गणेश उन्हें बताते हैं कि जब मनुष्य तर्क व भावना का सामांजस्य नहीं कर पाता और भावना के आवेश की लहरों पर सवार होता है तो युद्ध लड़ा जाता है। युद्ध मनुष्य की मूर्खता की आखिरी हद है। हम प्रार्थना करते हैं कि युद्ध की नारेबाजी करने वाले श्री गणेश द्वारा दिए गए संदेश का सही अर्थ समझ सकें।