गिद्ध / गणेश जी बागी

Gadya Kosh से
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"चल कल्लुआ जल्दी से दारु पिला, आज बहुत टेंसन में हूँ।"

"अरे, टेंसन और आप? आखिर ऐसी क्या बात हो गई बिल्लू दादा ?

"यार, कल शाम जिस बूढ़े को हमने लूटा था न, उसने थाने में रपट दर्ज करा दी है।"

"तो दादा इसमें कौन सी टेंसन की बात है ?"

"टेंसन ये है कि हम ने तो कुल २१२ रुपये और एक पुरानी सी घड़ी ही लूटी थी, लेकिन उस बुढऊ ने दस हजार नगद, एक घड़ी और सोने की अंगूठी की रपट लिखवा दी है।"

"रपट लिखवा दी तो कौन सा आसमान टूट पड़ा ?"

"आसमान ये टूट पड़ा है कल्लुआ कि अब ऊ ससुरा दरोगा, लूट में से आधा हिस्सा मांग रहा है।"