जागते हुए / खलील जिब्रान / सुकेश साहनी
Gadya Kosh से
(अनुवाद :सुकेश साहनी)
उस आदमी ने एक स्वप्न देखा। जागते ही वह सीधे भविष्यवक्ता के पास गया और उस सपने का मतलब पूछने लगा।
ज्योतिषी ने उस आदमी से कहा, "जाग्रत अवस्था में देखे गए स्वप्नों के साथ मेरे पास आओ, तब मैं तुम्हें मतलब बता पाऊंगा। तुम्हारे सोते में देखे गए स्वप्न मेरी बुद्धि और तुम्हारी कल्पना से परे की चीज है।"