जेम्स बॉन्ड : अय्यार, शॉन कॉनेरी और क्रेग / जयप्रकाश चौकसे

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जेम्स बॉन्ड : अय्यार, शॉन कॉनेरी और क्रेग
प्रकाशन तिथि : 12 मार्च 2020


इयान फ्लेमिंग ने जेम्स बांड नामक पात्र रचकर कुछ उपन्यास लिखे। एक उपन्यास से प्रेरित पहली फिल्म का नाम था ‘डॉक्टर नो’, जिसमें शॉन कॉनेरी ने जेम्स बॉन्ड की भूमिका की थी। कुछ बॉन्ड फिल्मों में अभिनय करने के पश्चात शॉन कॉनेरी ने अपनी अभिनय कला के विकास के लिए जेम्स बांड की भूमिका अभिनीत करने से इनकार कर दिया। अन्य कलाकारों के साथ फिल्में बनती रहीं और डेनियल क्रेग ने ‘कैसिनो रॉयल’ में यह भूमिका अभिनीत की। शॉन कॉनेरी के बाद डेनियल क्रेग अत्यंत लोकप्रिय हुए हैं। जेम्स बॉन्ड शृंखला की नई फिल्म का नाम है ‘नो टाइम टू डाई’। यह फिल्म इसी वर्ष प्रदर्शित होने जा रही है। भारत में हिंदी, तमिल, तेलुगु भाषाओं में फिल्म को डब किया जाएगा।

इयान फ्लेमिंग के लिखे उपन्यासों से कहीं अधिक जेम्स बॉन्ड फिल्में बन चुकी हैं। दरअसल, जेम्स बॉन्ड एक ब्रांड है, जिसे भुनाना जारी रखा जाएगा। ज्ञातव्य है कि इस पात्र का जन्म शीत युद्ध के समय हुआ था। दूसरे विश्व युद्ध के पश्चात यह तय किया गया कि तीसरा विश्व युद्ध कभी न हो। इसी कारण जेम्स बॉन्ड की रचना की गई जो अकेला ही विरोधी के खेमे में जाकर उसके शस्त्र भंडार को नष्ट करता है और अपने काम के साथ शत्रु देश की महिलाओं से प्रेम भी करता है। एक जेम्स बॉन्ड फिल्म का नाम है ‘फ्रॉम रशिया विद लव’। ज्ञातव्य है कि डेनियल क्रेग भी जेम्स बॉन्ड का पात्र अभिनीत करने से मना कर चुके थे, परंतु निर्माता ने बड़ी मिन्नत करके उन्हें यह फिल्म करने के लिए राजी किया है।

जेम्स बॉन्ड फिल्मों के निर्माण के लिए अस्त्र-शस्त्र, कार, हवाई जहाज इत्यादि उपकरणों का निर्माण किया जाता है। जेम्स बॉन्ड की कार सड़क पर दौड़ने के साथ ही समुद्र सतह पर तैर भी सकती है। कार पनडुब्बी की तरह भी काम करती है। एक दृश्य में जेम्स बॉन्ड की कार समुद्र तट पर आती है और वहां मौजूद व्यक्ति चकित रह जाते हैं। जेम्स बॉन्ड एक मछली भीड़ की ओर उछाल देता है। इस तरह मारधाड़ के दृश्यों से भरी फिल्म में हास्य के लिए गुंजाइश रखी जाती है। अमेरिका का फिल्म उद्योग अपने ब्रांड के गन्ने से रस की आखिरी बूंद भी निचोड़ लेता है।

ज्ञातव्य है कि स्टीवन स्पीलबर्ग ने ‘जुरासिक पार्क’ फिल्म की शूटिंग के लिए आवश्यक वस्तुओं और जानवरों को बनाने के लिए कुछ कारखाने भी रचे थे। फिल्म के प्रदर्शन के दिन ही डायनासोर खिलौने भी बाजार में आ गए। मूल उद्योग से अधिक कमाई उप-उद्योग द्वारा प्राप्त होती है। अब बच्चे गुड्‌डे-गुड़िया से नहीं खेलते, वरन् खिलौने एके-47 की तरह बनाए जाते हैं। खिलौनों से बचपन का अध्ययन किया जा सकता है।

इयान प्लेमिंग के उपन्यास फॉर्मूला उपन्यास हैं, परंतु उनमें कुछ महत्वपूर्ण बातें भी शामिल रहती हैं, जैसे ‘डायमंड्स फॉर एवर’ उपन्यास में दक्षिण अफ्रीका के दोहन का वर्णन है। खदान से हीरे निकालने वाले मजदूर हमेशा गरीब ही बने रहते हैं। अमेरिका की गुप्त एजेंसी सीआईए कहलाती है। रूस की संस्था को केजीबी के नाम से जाना जाता है। भारत में सीबीआई के साथ ही विदेशों में जासूसी करने के लिए एक और संस्था भी है। ‘नाम शबाना’ और ‘बेबी’ नामक फिल्मों में काल्पनिक संस्था रची गई है। सलमान खान और कैटरीना कैफ अभिनीत फिल्म में सलमान भारत के लिए और कैटरीना पाकिस्तान के लिए काम करते हैं। दोनों में प्रेम हो जाता है और वे लापता हो जाते हैं। फिल्म में एक संवाद है कि कम से कम यह एक ऐसा प्रकरण है, जिसमें दोनों दुश्मन देश मिलकर काम कर रहे हैं। फिल्म एक था टाइगर में एक संवाद इस आशय का है- ‘जब प्रेम हुआ तब यह पता नहीं था कि वह दुश्मन देश के लिए काम करती है और प्रेम हो गया तो दुश्मनी कैसी’ गोयाकि प्रेम ही दुश्मनी समाप्त करता है। प्रेम को भी शस्त्र की तरह इस्तेमाल किया जाता है। राजी फिल्म में भारतीय कन्या का विवाह पाकिस्तानी से होता है और वह भारत के लिए जासूसी करती है। राजी में प्रस्तुत विवाह भी प्रायोजित है। बहरहाल, फिल्म के नाम पर गौर करने से लिए कोई समय मौजूं भी हो सकता है? जन्म के समय पंचांग देखकर व्यक्ति की कुंडली बनाई जाती है, परंतु मृत्यु का समय उसमें नहीं दिया जाता। नाड़ी विशेषज्ञ वैद्य भी मृत्यु का सूक्ष्म संकेत देते हैं। नाड़ी वैद्य पर आरोग्य निकेतन एक विलक्षण उपन्यास है। जीवन नामक वाक्य में मृत्यु कॉमा है, पूर्णविराम नहीं।

आजकल जासूसी पर वेब सीरीज रची जा रही हैं। विनोद पांडे और शिवम नायर की सीरीज का प्रदर्शन 17 मार्च से हो रहा है। ये दोनों फिल्मकार एक और जासूसी कथा वाली वेब सीरीज बनाने जा रहे हैं। गुजश्ता सदी में देवकीनंदन खत्री ने अय्यार केंद्रित चंद्रकांता, भूतनाथ इत्यादि उपन्यास लिखे थे। इन उपन्यासों की तर्कहीन बातें ही अब जेम्स बॉन्ड नुमा फिल्मों में प्रस्तुत की जा रही हैं। फिल्म यकीन दिलाने की कला है।