टर्र-टर्र / खलील जिब्रान / सुकेश साहनी
Gadya Kosh से
(अनुवाद :सुकेश साहनी)
यह सही है कि मेंढ़क बैलों की अपेक्षा अधिक शोर कर सकते हैं लेकिन वे खेतों में हल नहीं चला सकते और न ही कोल्हू के चक्के को घुमा सकते हैं और उनकी चमड़ी से जूते भी नहीं बन सकते।