डिप्टी कलेक्टर / हरिशंकर परसाई

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पाठक भूले न होंगे कि मुफतलाल ने डिप्टी कलेक्टर के पद के लिए आवेदन किया था।

राज्य में शासकीय नौकरियों के लिए भरती दो स्थितियों में होती थी-तब जब पद खाली हो और उन्हें भरने के लिए उम्मीदवारों की जरूरत हो, तब जब विशेष उम्मीदवार खाली हों और उन्हें भरने के लिए पदों की आवश्यकता हो। शासकीय सेवा संहिता के अनुच्छेद 2 की धारा 11, उपधारा 3 में ‘विशेष उम्मीदवार’ की परिभाषा यह दी गई थी-‘ऐसा पदेच्छु नागरिक, जिसकी योग्यता अविशेष हो, पर सम्बन्ध विशेष हों- अर्थात् राज्य में किसी ऐसे व्यक्ति का वह कृपापात्र हो, जो स्वयं शासक हो या जिसका शासनकर्त्ताओं पर प्रभाव हो।,

जब पदों को आदमियों की, या आदमियों को पदों की आवश्यकता होती, तब सरकार ‘आवश्यकता है’ शीर्षक के अन्तर्गत आवेदन-पत्र मंगाने के लिए विज्ञप्ति प्रकाशित कराती। राज्य के अखबार केवल इस विज्ञप्ति के कारण खरीदे जाते थे। जिस अखबार में यह शीर्षक नहीं दिखता, उसे कोई नहीं खरीदता था। बिक्री बढ़ाने के लिए कुछ अखबार धोखा भी करते थे।

एक अखबार ऊपर बड़े अक्षरों में छापता-‘आवश्यता है’, और जब लोग इस शीर्षक से आकर्षित होकर अखबार खरीद लेते, तब नीचे यह लिखा हुआ मिलता- ‘नदी को पर्वत की, वृक्ष को भूमि की, गाए को घास की, बच्चे को माँ की, नंगे को कपड़े की, अंधे को आँख की, कुत्ते को पट्टे की, बैल को सींग की, मालिक को नौकर की, भगवान को भक्त की, गधे को चन्दन की, बन्दर को आभूषण की-आवश्यकता किसे नहीं है ? अर्थात् सब को है।’

यह धांधली देख कर दूसरे अखबार ने चेतावनी छापी-

‘नक्कालों से सावधान। हमारे पत्र की बिक्री देख-कर कुछ पत्र ‘आवश्यकता है’ शीर्षक देकर निरर्थक बातें छाप कर भोली-भाली जनता को धोखा देते हैं। इन विज्ञप्तियों में नौकरी के लिए आवेदन करने की सूचना नहीं रहती। हम जनता को चेतावनी देते है कि असली विज्ञप्ति देखकर और पूरा मजमून पढ़कर ही अखबार खरीदें। नक्कालों से सावधान रहें।’

एक-एक पद के लिए कई हजार आवेदन-पत्र आते। इन्हें छाँटने में दो-तीन साल लग जाते। इसके बाद उम्मीदवारों की परीक्षा और इण्टरव्यू होती। नियम के अनुसार हर उम्मीदवार को हर तीन महीने में सूचित करना पड़ता था। कि मैं अभी जीवित हूँ। जो सूचना नहीं देता, उसे मरा मानकर उसका नाम काट दिया जाता था। इससे चुनाव में सुविधा होती थी।

दो वर्ष बाद मुफतलाल को ‘शासकीय सेवा विभाग’ के कार्यालय से सचिव के एक पत्र की नकल’ संचालक, सेवा विभाग के मार्फत, मिली। उस समय विभाग के सचिव श्रीमान् अस्पष्टजी थे। पत्र की नकल नीचे दी जा रही है-

कार्यालय, शासकीय सेवा विभाग

प्रति,

श्री मुफतलाल बी.ए.

संदर्भ- डिप्टी कलेक्टरी के लिए आपका आवेदन-पत्र


आपको सूचित किया जाता है कि आवेदन-पत्र यथा समय इस कार्यालय में प्राप्त हो गया। ‘शासकीय सेवा अधिनियम’ की धारा 17 के अनुसार आप एक माह के भीतर इस कार्यालय को प्रमाण-पत्र सहित यह सूचित करें कि आप किसके ‘आदमी’ हैं तथा वे किस श्रेणी में हैं।

सही- (अस्पष्ट) सचिव।