तेरा तो साच्ची मैं ब्याह होग्या बबीता / नवीन रमण

Gadya Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बबीता और पवन

यार बबीता!

एक तो तेरे बाबू नै तेरा इतने तकाजै तै ब्याह कर दिया। वह भी किसे और गेल (साथ)। जब बी मन्नै सब्र कर लिया। ऊपर तै तेरे ब्याह मैं मेरे बाबू नै कती चाला पाड़ दिया। बोल्या जा रै जैकिसन की छोरी का कन्या दान घालया (डाल) आ। सबतै बड़ा चाला यो होया अक जिस राममेहर नै हम दोनों थारे घेर मैं पकड़े थे वह कन्यादान की कॉपी लिए कन्यादान लिखण लाग रह्या था। मेरे कैनी देख कै और तरिया हांसै था।

कन्यादान घाले पीछै जीमण बैठया तो पात्तल मैं जो चार लाड्डू थे। उनमै तेरे बाबू नै काली मिर्च गिरवा राखी थी। जी कती काचचा होग्या। एक तो तेरे ब्याह के लाड्डू वै बी काली मिर्च आळे। तेरा ब्याह है। नू सोच कै बस खा लिए।

अर जांदी हाण विदा पै जब तू रोवै थी तो इसा लाग्गै था जणू मेरी बाबत रोण लाग री सै। जी तो मेरा बी करै था रोण का। पर उडै नी रोया बल्कि थारे घेर मैं जा कै रोया। बाकि हलवाई नै पेठे का साग घणा कसुत्ता बणाया था। तन्नै तो कुछ नी खाया होगा।

तन्नै मेरी याद आवैगी। अक तू भूल ज्यागी इब।

तेरा पुराणा यार पवन —————————————————————————————

मेरे प्यारे पवन

यार तू नू तो ना लिखता। अक तन्नै याद करूंगी की नहीं। तन्नै मैं कदे नी भूल सकती। तेरा लैटर मेरे सन्दूक तै बी भारी होग्या मेरे खात्तर। सन्दूक नै तो दूसरे ठा-उतार देंगे। पर इतनी भारी बात तै मन्नै अकेली नै ठाणी अर तारणी पडैंगी।

अर यो के लिख्या तन्नै पुराणा यार। तू पुराणा यार कोनी मेरा। पहल्या अर आखिरी प्यार सै। तन्नै पता सै मेरे लोग का नाम बी पवन सै। जब महेंदी लाण आळी नै मेरे हाथ पै पवन लिख्या तो मेरै गुदगुदी होण लाग गी थी। तेरी शक़्ल आग्गै आवै थी। आपणे लोग की तो मन्नै शक़्ल बी कोनी देखी इब तक।

ओ राममेहर घणा कमीण सै। मेरे बाबू नू कहवै था। अक कन्याकान के कुछ पीसे औ आपणे धौरै राख ग्या। अर मेरे तै नू बोल्या अक एक पप्पी तो दे-दे मेरे तै बी. मेरै के कांटे लाग रे सै। अर सबके आगे बेटी-बेटी करे जा सै। कीड़े पड़ कै मरैगा। तू रोइये ना यार। हांसता ए कसुत्ता लाग्गै सै तू। जब आऊंगी तै तेरे तै ज़रूर मिलूंगी। गीता नू कहवै थी अक तू दारू पी कै आरया था। देख तन्नै आपणे प्यार की कसम सै। दारू मत पीण लागइये।

तेरी कसुत्ती बबीता