दिशा / फ़्रांज काफ़्का / सुकेश साहनी
Gadya Kosh से
'बहुत दुख की बात है,' — चूहे ने कहा, — 'दुनिया दिन प्रतिदिन छोटी होती जा रही है। पहले यह इतनी बड़ी थी कि मुझे बहुत डर लगता था। मैं दौड़ता ही रहा था और जब आखिर में मुझे अपने दाएँ-बाएँ दीवारें दिखाई देने लगीं थीं तो मुझे खुशी हुई थी।
पर ये लम्बी दीवारें इतनी तेज़ी से एक दूसरे की तरफ़ बढ़ रही हैं कि मैं पलक झपकते ही आख़िरी छोर पर आ पहुँचा हूँ, जहाँ कोने में वह चूहेदानी रखी है और मैं उसकी ओर बढ़ता जा रहा हूँ।'
'जहाँ दिशा बदलने की जरूरत थी, बस ।' — बिल्ली ने कहा, और उसे खा गई ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुकेश साहनी