दीपावली पर मनोरंजन क्षेत्र में दंगल / जयप्रकाश चौकसे

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पटाखों की आवाज़ और हीरों की चोरी
प्रकाशन तिथि :14 अक्तूबर 2017


फिल्म सितारा उजागर होता है, सुपर सितारा जरूरत से अधिक उजागर होता है। आमिर खान ने 'सीक्रेट सुपरस्टार' नामक फिल्म बनाई है जो उनके दफ्तर के कर्ताधर्ता अद्वैत ने निर्देशित की है। प्राय: उत्सव पर एकाधिक फिल्मों का प्रदर्शन होता है, क्योंकि व्यवसाय तीन दिन में सिमट गया है। दीपावली पर यह फिल्म रोहित शेट्‌टी की 'गोलमाल' के साथ प्रदर्शित हो रही है। सतही तौर पर यह द्वंद्व दिये और तूफान का है परंतु बॉक्स ऑफिस का ऊंट न जाने किस करवट बैठे। कुछ वर्ष पूर्व जेपी दत्ता की दो दर्जन सितारों से सजी 'एलओसी' के प्रदर्शन के समय 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' का प्रदर्शन हुआ। मुन्नाभाई ने लाइन ऑफ कंट्रोल के भीतर घुसकर मारा और नई दिशा तय करने वाली फिल्म सिद्ध हुई। इसी फिल्म से राजकुमार हिरानी की प्रतिभा से परिचय हुआ। राजकुमार हिरानी ने पुणे फिल्म संस्थान से प्रशिक्षण लेकर विधु विनोद के सहायक के रूप में अपना शुभारंभ किया। विधु विनोद चोपड़ा और राजकुमार हिरानी ने अपनी पटकथा शाहरुख खान को सुनाई थी और वे उससे अत्यंत प्रभावित भी हुए थे परंतु उन्हें लगा कि विधु विनोद चोपड़ा के साथ उनका मतभेद हो सकता है। एक कटुतापूर्ण संभावना की खातिर शाहरुख खान ने काम करने से इनकार कर दिया जबकि वे बखूबी जानते थे कि फिल्म सफल होगी। विकल्प के अभाव में फिल्म संजय दत्त को मिली।

आमिर खान का दफ्तर आश्चर्य से भरा है। कोई आश्चर्य नहीं होगा कि कोई अन्य कर्मचारी भी फिल्मकार सिद्ध हो। उनके दफ्तर के चपरासी से भी बाअदब पेश आना चाहिए, जाने कब वह फिल्मकार बन जाए। उनकी पत्नी किरण राव खान 'धोबीघाट' नामक फिल्म बना चुकी हैं। उनके दफ्तर में एक चुम्बकीय प्रभाव है। दशकों पहले किशोर कुमार अभिनीत फिल्म 'धोबीघाट' बनी थी, जिसमें धोबी अस्पताल की चादरें इत्यादि लेने और देने आता है। एक दिन वह कौतुहलवश डॉक्टर का आला अपने गले में पहन लेता है और डांट भी खाता है। इसका यह अर्थ नहीं है कि राजकुमार हिरानी उस फिल्म से प्रेरित थे। यह तो उनके जन्म के बहुत पहले की फिल्म है। मूल स्रोत के प्रति जिज्ञासा बहुत स्वभाविक है परंतु जहां गंगा का उद्‌गम होता है, वहां वह पतली और गंदी धारा है। वह पत्थरों से टकराते हुए दरख्तों के बीच से बहती हुई, स्वयं के जल को निर्मल बनाती है। हैं। उद्‌गम पर गंगा के मटमैले रंग के पानी के कारण उसे दुग्ध गंगा कहकर सम्बोधित किया गया है।

गौरतलब है कि धोबीघाट और धोबी हमारे सामूहिक अवचेतन में गहरे धंसे हैं। पुराना आख्यान है कि एक धोबी ने ही अपनी पत्नी पर शंका करते हुए अपना बौनापन यूं उजागर किया कि उसने कहा कि वह राम नहीं जो इतने समय रावण की कैद में रहने वाली सीता को स्वीकार करे। वह यह भी भूल गया कि सीता ने अग्नि परीक्षा दी थी। अद्वैत का शाब्दिक अर्थ है कि केवल ईश्वर ही सत्य है या सत्य ही ईश्वर है, शेष सारा संसार माया है। आमिर खान के सहायक अद्वैत संस्कारी परिवार से आए हैं। सिनेमा के संस्कार क्षेत्र में प्रवेश करने पर पवित्रता का आग्रह करने वाले धर्म संकट में फंस सकते हैं। सिनेमा उद्योग पर केंद्र सरकार व प्रांत सरकारों ने विविध कर लगाए हैं और हाल ही में नगर निगम और ग्राम पंचायत भी अपना कर लगाने का विचार कर रही हैं। इस तरह सोने के अंडे देने वाली मुर्गी को ही जिबह करने का मंसूबा मनाया जा रहा है। रोटी, कपड़ा और मकान के बाद जीवन में मनोरंजन का ही महत्व है। साधनहीन वर्ग को उसके मनोरंजन अधिकार से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। विविध करों के कारण गरीब आदमी को मनोरंजन अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है। आर्थिक खाई अधिक विराट होती जा रही है। यही खाई असंतोष एवं विद्रोह को जन्म देती है।