दीपिका, रणबीर कपूर और कटरीना कैफ / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि :26 अक्तूबर 2015
शिखर महिला सितारा दीपिका पादुकोण का कहना है कि आज उनका जो व्यक्तित्व है, उसे ढालने में रणबीर कपूर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ज्ञातव्य है कि एक दौर में रणबीर-दीपिका की प्रेम कहानी सुर्खियों में थीं और उनके अलगाव के अलाव पर भी मीडिया ने खूब रोटिया सेंकी। सितारों के लिए अकल्पनीय जुनून पैदा करने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण रही है, परन्तु उन्हें आभा मंडल प्रदान करने से सार्थक सिनेमा को हानि पहुंची है। अलगाव के बाद अयान मुखर्जी की फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' में दोनों ने साथ काम किया और दौ सौ करोड़ के व्यवसाय की फिल्म सिद्ध हुई। अब इम्तियाज अली की नई फिल्म में दीपिका और रणबीर फिर साथ में आ रहे रहे हैं। गौरतलब यह है कि दोनों सितारों ने अपने प्रेम और अलगाव को गरिमापूर्ण रखा और एक-दूसरे के खिलाफ किसी किस्म की बयानबाजी नहीं की।
इम्तियाज अली ने अपनी फिल्म 'लव आज कल' के लिए दीपिका का चयन उस समय किया था, जब उसकी प्रथम फिल्म 'ओम शांति ओम' निर्माणाधीन थी। दीपिका यह भी स्वीकार करती हैं कि उस समय उनका स्वयं पर कोई विश्वास नहीं था, परंतु इम्तियाज अली के साथ काम करते हुए उन्हें स्वयं पर विश्वास होने लगा। इसी तरह इम्तियाज अली की 'रॉकस्टार' करते समय रणबीर कपूर का अभिनय और जीवन के प्रति दृष्टिकोण में परिवर्तन हुआ। गौरतलब यह है कि रणबीर कपूर और कटरीना कैफ की प्रेम कहानी विगत कुछ समय से सुर्खियों में है और वे कार्टर रोड पर एक ऊपरी मंजिल के फ्लैट में साथ रहते हैं। उस फ्लैट में दी गई एक दावत में दीपिका भी शामिल हुई, परंतु कटरीना कैफ और उनके बीच संबंध सामान्य रहे। किसी किस्म की कड़वाहट नहीं रही। दीपिका ने रणबीर के मिजाज पर कुछ सकारात्मक सलाह कैटरीना कैफ को दी। उस तरह का 'बहनापा' प्रतिद्वंद्वियों में कम ही पाया जाता है। गौरतलब यह है कि जीवन के सफर में कुछ साथियों का साथ छूट जाता है, परंतु सफर की हर मुलाकात, अपने अनुभव से जीवन को समृद्ध करती है। प्रेम में मिलन से अधिक सबक विरह सिखाता है। हर यात्रा में स्वयं को खोजना ही मूल उद्देश्य होता है। यात्रा को लेकर एक कथा यह है कि जंगल के बीहड़ में दो लोग साथ-साथ यात्रा कर रहे थे और दूसरे के पैर में कांटा चुभा। कुछ दूर जाने पर उन्हें एक अनुभवी वृद्ध यात्री मिला। कांटे चुभने वाले की शिकायत थी कि वह बेहतर इंसान है, परंतु उसके पैर में लंबा कांटा घुसा, जबकि उसी स्थान पर बुरे व्यक्ति को सोने की अशर्फी मिली, यह कैसा न्याय है? उस अनुभवी बुजुर्ग ने कहा कि जीवन में सदैव सकारात्मकता खोजनी चाहिए। तुम यह मान लो कि जहां तुम्हें सिर्फ कांटा चुभा, वहां शायद तुम्हारी मौत संभव थी, अत: तुम्हें लाभ ही हुआ है और उस बुरे आदमी को जहां सोने की एक अशर्फी मिली, वहां उसे एक खजाना मिल सकता था, परंतु बुरा होने के कारण मात्र एक अशर्फी मिली। अब रणबीर के साथ की अंतरंगता ने दीपिका को बेहतर कलाकार बना दिया और रणबीर बेहतर प्रेमी बनकर कटरीना के साथ रह रहे हैं। कटरीना कैफ ने सलमान खान की मित्रता से कुछ पाया है। जीवन के अन्य क्षेत्रों, विशेषकर कॉलेज परिसर में अनेक प्रेम कहानियां बनते-बनते टूट जाती हैं, परंतु फिल्म कलाकार की तरह उनकी सुर्खियां नहीं बनतीं। कॉर्पोरेट क्षेत्र में प्राय: सचिव व चेयरमैन के बीच मधुर संबंध रहते हैं। शायद रिश्तों के इसी जाल से प्रेरित किसी फर्नीचर डिज़ाइनर ने 'सोफा-कम बैड' को बाजार में प्रस्तुत किया और फिर 'टेप कम-ट्रांजिस्टर' भी बाजार में आए।
'एपिक' नामक चैनल पर आधे घंटे के कार्यक्रम में एक विशेषज्ञ ने यह कहा कि तमाम पुरातन आख्यानों का तीन कसौटियां पर अध्ययन किए जाने पर बड़ी चौंकाने वाली बातें सामने आती हैं। एक कसौटी तो पौराणिकता ही है, दूसरी इतिहास है तथा तीसरी एंथ्रोपॉलिजिकल विज्ञान है, जो अस्थियों और अन्य साक्ष्य के आधार पर मानव विकास को देखता है। उस विशेषज्ञ का यह कहना था कि मानव विकास के एक चरण में एक स्त्री का बहुत से पुरुषों से प्रेम संबंध होता था, जिसे आपत्तिजनक नहीं माना जाता था। उस दौर का समाज मान्यता देता था तथा राम-सीता काल में एक रिश्ते की महिमा स्थापित हुई। 20 और 21 अक्टूबर की रत दस बजे प्रसारित हुए उसी एपिक कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि संस्कृत में लिखे संस्करण में किसी लक्ष्मण रेखा का जिक्र नहीं है, यह धारणा तुलसीदास कृत रामायण से प्रारंभ हुई। सबसे बड़ी बात यह कि उस कार्यक्रम के विशेषज्ञ की यह राय थी कि अध्यात्म के महान आदर्श को अवाम तक पहुंचाने के लिए इन कथा आधारित महाकाव्यों को लिखा गया है। मनुष्य अनंत कथा प्रेमी है।