पत्रकारों के कर्तव्य, अधिकारऔर उत्तरदायित्व... / जयप्रकाश चौकसे

Gadya Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पत्रकारों के कर्तव्य, अधिकारऔर उत्तरदायित्व...
प्रकाशन तिथि : 12 मई 2020


कश्मीर के दो पत्रकारों को पुलित्जर पुरस्कार से नवाजा गया है, परंतु उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने सत्य को छिपाया है। लंबे समय से कश्मीर स्थायी कर्फ्यू झेल रहा है। नागरिकों से अधिक संख्या में जवान तैनात हैं। सिडनी पोएटर अभिनीत फिल्म ‘ए ऑफिसर एंड जेंटलमैन’ में रंगभेद से अभिभूत अफसर अश्वेत कैडर पर जुल्म तोड़ता है। इसी फिल्म से प्रेरित टीनू आनंद की फिल्म ‘मेजर साहब’ एक शादी बारात के झमेले में यूं उलझी कि अपना मकसद ही अभिव्यक्त नहीं कर पाई, चूं चूं का मुुरब्बा बनकर रह गई।

सन् 1964 में प्रदर्शित ताराचंद बड़जात्या की फिल्म ‘दोस्ती’ के संगीत को पुरस्कार दिया गया और ‘संगम’ को अनदेखा किया गया। बाद में लक्ष्मीकांत ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने फिल्म फेयर की हजारों प्रतियां खरीदकर पुरस्कार को प्रभावित किया था। दरअसल, सारे पुरस्कारों में घपला किया जाता है। प्रचारतंत्र ही सब कुछ तय करता है। गौरतलब है कि नोबेल उस व्यक्ति की संचित धन राशि से संचालित है, जिसने बारूद का आविष्कार किया था। क्या वह लोगों की जान लेने वाले बारूद के आविष्कार करने पर शर्मिंदा था और दान देना उसके पश्चाताप का प्रतीक है? पाप, पुण्य, दान, कर्म, धर्म के मानदंड को परिस्थितियां प्रभावित करती हैं। भगवती शरण वर्मा के उपन्यास ‘चित्रलेखा’ से प्रेरित मीना कुमारी, अशोक कुमार अभिनीत फिल्म में साहिर लुधियानवी रचित गीत है- ‘ये पाप है क्या, ये पुण्य है क्या रीति पर धर्म की मोहरें हैं.. बदलते युगों में धर्म को कैसे आदर्श बनाओगे? यह भोग भी एक तपस्या है, तुम त्याग के मारे क्या जानो, अपमान रचेता का होगा, रचना को अगर ठुकराओगे, हम कहते हैं ये जग अपना है, तुम कहते हो झूठा सपना है, हम जनम बिताकर जाएंगे, तुम जनम गंवाकर जाओगे, संसार से भागे फिरते हो, भगवान को तुम क्या पाओगे..’।

मधुर भंडारकर की कोंकणा सेन शर्मा अभिनीत ‘पेज थ्री’ एक खोजी पत्रकार के साहस की कथा है। वह सारे प्रमाण अपने संपादक को सौंपती है। संपादक उद्योगपति के दबाव में प्रमाण नष्ट कर देता है। उस पत्रकार पर दबाव बनाया जाता है कि वह मनोरंजन उद्योग की चटपटी, मसालेदार खबरें बनाए और अपनी नौकरी बचाए। ऑस्कर जीतने वाली फिल्म ‘स्लम डॉग मिलेनियर’ में भी अनिल कपूर अभिनीत एंकर गरीबों की बस्ती में रहने वाले अनाथ बालक को गलत संकेत देता है, ताकि वह हार जाए। एंकर और प्रतियोगी के बीच कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है, परंतु उससे यह सहन नहीं हो रहा है कि जीवन की पाठशाला में यथार्थ को पाठ्यक्रम की तरह पढ़ने वाला अनाथ इतना बड़ा पुरस्कार जीत रहा है। ये लड़ाई है दीये और तूफान की।

कौन बनेगा करोड़पति के कार्यक्रम में एक प्रश्न था कि “घूंघट के पट खोल तोहे पिया मिलेंगे’ किसका लिखा है? सही जवाब तो यह है कि यह कबीर रचित है, परंतु कार्यक्रम में इसे मीरा द्वारा रचित बताया गया। कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो जवाब यह दिया गया कि दक्षिण भारत से प्रकाशित किताब के आधार पर प्रश्नोत्तर तैयार किए गए हैं। जुलाहे कबीर का दोहा चुराकर मीरा को दिया और पचास लाख जितवा दिए।

इरविन वैलेस के शोध पर आधारित उपन्यास ‘द प्राइज’ में पुरस्कार घपलों का खुलासा किया गया है। आमिर खान की फिल्म ‘सीक्रेट सुपर स्टार’ में किशोर वय की नायिका को पुरस्कार नहीं मिलता। विजेता स्वीकार करती है कि पुरस्कार जीतना उसका स्वप्न रहा है, परंतु पुरस्कार प्राप्त होने पर वह महसूस करती है कि उसकी आवाज सीक्रेट सुपर स्टार के मुकाबले में कमजोर पड़ती है। सीक्रेट सुपर स्टार भी मंच पर जाकर अपनी मां को अपनी सफलता का श्रेय देती है और पुरस्कार मंच पर ही छोड़कर अपनी मां के गले लग जाती है। गलाकाट प्रतियोगिता और पुरस्कार का माया जाल एक फरेब है।

स्टीवन स्पिलबर्ग अपना कथा विचार उपन्यासकार को सुनाते हैं। वह लेखक उपन्यास लिखता है। बाजार में उसे सबसे अधिक बिकने वाली किताब बनाया जाता है। एक समारोह में उपन्यास के फिल्म अधिकार खरीदने का नाटक प्रस्तुत किया जाता है। फिल्म की शूटिंग के समय डायनासोर प्रेरित खिलौने बनाए जाते हैं जो फिल्म प्रदर्शन के दिन ही बाजार में आते हैं। बॉक्स ऑफिस से अधिक कमाई डायनासोर खिलौने से होती है। सभी कुछ प्रायोजित है।

अदालतों और सरकारी इमारतों पर ‘सत्यमेव जयते’ लिखा होता है। जबकि झूठी गवाही फैसलों को प्रभावित करती है। विचारणीय यह है कि क्या अवाम सत्य जानना चाहता है? मायथोलॉजी की अफीम चाटा हुआ रंगरेज पूछता है कि रंग का कारोबार क्या है? कौन से पानी में कौन सा रंग मिलाया है? राज शेखर का लिखा यह गीत ‘तनु वेड्स मनु’ से लिया गया है। ज्ञातव्य है कि अमेरिका के दो पत्रकारों ने अपने प्रेसिडेंट के भ्रष्टाचार को उजागर किया था। ‘वॉटरगेट स्कैंडल’ प्रेरित फिल्म भी बनी है।