परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / अक्तूबर 2016
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अक्तूबर 2016 के लेख
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- बिहार की 'परती परिकथा' / जयप्रकाश चौकसे
- दिल जपता है ओम नमो: शिवाय / जयप्रकाश चौकसे
- टूरिंग टॉकीज की व्यापक वापसी / जयप्रकाश चौकसे
- रईस : संकीर्णता की गरीबी / जयप्रकाश चौकसे
- पानी रे पानी तेरा रंग कैसा? / जयप्रकाश चौकसे
- आंख में पानी, आंचल में दूध के परे छवि / जयप्रकाश चौकसे
- प्रेम कथाएं : कल, आज और कल / जयप्रकाश चौकसे
- अभिनेता हर्षवर्धन और राजा हर्षवर्धन / जयप्रकाश चौकसे
- अर्जुन, हैमलेट व देवदास अवाम में मौजूद / जयप्रकाश चौकसे
- अक्षय के जीवन-मूल्य और मानदंड / जयप्रकाश चौकसे
- आधुनिकता के जंगल में जनजातियों का हिरण / जयप्रकाश चौकसे
- इस घर (देश) के सारे पात्र काल्पनिक हैं / जयप्रकाश चौकसे
- पान खाए 'दुश्मन' हमार, कुर्ते पर छींटें लाल / जयप्रकाश चौकसे
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- किरण परी गगरी छलकाए / जयप्रकाश चौकसे
- कबूतर द्वारा जासूसी का प्रहसन / जयप्रकाश चौकसे
- छत्तीसगढ़ में किशोर साहू जन्मशती समारोह / जयप्रकाश चौकसे
- सरहदों के भीतर फौज का प्रहार / जयप्रकाश चौकसे
- सार्थक समारोह से खुलती दिशाएं / जयप्रकाश चौकसे
- जात न पूछो साधु की : देश न पूछो कलाकार का / जयप्रकाश चौकसे
- दो असमान फिल्मों की टकराहट / जयप्रकाश चौकसे
- सरस्वती अौर लक्ष्मी के घराने / जयप्रकाश चौकसे
- पहाड़ और पहाड़ से पात्रों की कथा / जयप्रकाश चौकसे
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