पूत / रश्मि

Gadya Kosh से
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रोजाना सुबह - सुबह घर में भाग-दौड़ शुरू हो जाती, बेटा बहु ऑफिस जाते हैं और पोता स्कूल। फिर घर में रह जाते हैं रिटायर्ड सक्सेना जी और उनका छोटा बेटा। ये छोटा बेटा ही परिवार में सभी की हर छोटी बड़ी ज़रूरतों का ख्याल रखता है।

'बाबू जी! आज का अखबार कहाँ है?' किचन से बच्चों का टिफिन तैयार करती हुई बहु ने आवाज़ लगाईं।

'हाँ बहु, मेरे पास ही था पर अभी-अभी छोटा ले गया है।'

'अरे , पहले इन्हें से देना था, छोटा कौन -सा ऑफिस जाता है, सारा दिन निठल्ला-सा तो घूमता रहता है, फिर पढ़ लेता।'

सक्सेना जी सोच में पड़ गए कि पहले अखबार किसे देते कमाऊ-पूत को या निठल्ले-सपूत को ?