पूरण मनराल का असमय जाना / अशोक कुमार शुक्ला
Gadya Kosh से
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कहानीकार पत्रकार एवं नाट्य समीक्षक पूरण मनराल का जाना.........
स्मरण: सुरेन्द्र भन्डारी
स्मरण: सुरेन्द्र भन्डारी
- अभी अभी F.B.से पता चला कि उत्तराखण्ड के कवि कहानीकार पत्रकार एवं नाट्य समीक्षक पूरण मनराल जी का अमेरिका मेँ दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है इस खबर ने मुझे आहत कर दिया है ।
- नाटकोँ के उच्च कोटि के समीक्षक स्व0 मनराल जी से मेरी पहली मुलाकात 1977 मेँ हुई थी ।नवीन नौटियाल,देवेन्द्र जोशी, गणेश बन्दूनी एवं देवेन्द्र भसीन जैसे नाट्य समीक्षकोँ के दौर के प्रतिष्ठित समीक्षक व पत्रकार स्व0 मनराल जी से अभी कुछ दिन पहले मेरी बात हुई थी मुम्बई मेँ रहते हुए वे देहरादून व डिलाईट रैस्टोरेण्ट को बहुत MISS करते थे।
- उन्ही के मार्गदर्शन मेँ मै अपनी कई रगंमंचीय कमियोँ को दूर कर सका था ।आज भरे मन से मै स्व0 पूरण मनराल को श्रंद्धाजलि देता हूँ और ईश्वर से कामना करता हुँ कि उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे ।
- एक सप्ताह के भीतर पत्रकारिता जगत के दो स्तम्भोँ (स्व0पूरण मनराल ,स्व0राजेन टोडरिया)का जाना पूरे उत्तराखण्ड के लिए गहरा आघात है भगवान उनकी आत्मा को शान्ती प्रदान करेँ ।
- पहाड़ के प्रति मेरी समझ और सोच को परिष्कृत और विकसीत करने वाले, कलम के इस लड़ाका सिपाही को मेरा सलाम l
- ॐ शान्ति शान्ति ॐ शान्ति शान्ति शान्ति