प्रियंका चोपड़ा आखिर काली चट्टान तक पहुंचीं / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि : 02 अप्रैल 2021
अरविंद अडिग के उपन्यास ‘द व्हाइट टाइगर’ से प्रेरित फिल्म रामिन बहरानी ने निर्देशित की है। इस फिल्म के निर्माण में प्रियंका चोपड़ा ने पूंजी निवेश किया है। चार जगह से पूंजी निवेश हुआ है। आजकल जोखिम और लाभ, लगाई गई पूंजी के अनुपात में बांटा जाता है। मनोरंजन जगत में आपसी समझदारी और करुणा का रिश्ता आज भी कायम है। पुरानी बात है कि अरविंद अडिग ने राज कपूर की ‘श्री 420’ और ‘बूट पॉलिश’ देखकर आश्चर्य व्यक्त किया कि पारंपरिक शिक्षा प्राप्त करने से इनकार करने वाले राज कपूर ने चार्ल्स डिकेंस रचित उपन्यासों में साधनहीन वर्ग का यथार्थपरक चित्रण कैसे किया है। इस विषय पर लिखा उनका लेख प्रकाशित हुआ था। उसी अखबार में खाकसार ने अभिव्यक्त किया कि राज कपूर ने अपने पिता पृथ्वीराज कपूर से बहुत कुछ सीखा और पृथ्वी थियेटर में साधारण कर्मचारी की तरह काम किया।
राज कपूर की अधिकांश फिल्में वामपंथी विचार वाले ख्वाजा अहमद अब्बास ने लिखी हैं। गीत शैलेंद्र और हसरत जयपुरी ने लिखे हैं। सारे लोग इप्टा से जुड़े हुए थे। उनके अन्य लेखक इंद्रराज आनंद और अर्जुन देव ‘रश्क’ भी वामपंथी रहे। उस दौर में हवाओं का रुख भी बाईं ओर ही था। यह गौरतलब है कि मानव शरीर में हृदय भी बायीं ओर है। सड़क पर बायीं ओर से चलना सुरक्षित माना जाता है।
जाने कैसे चीजें जुड़ती और बिखरती हैं। प्रियंका चोपड़ा ने अपनी अभिनय यात्रा के पहले चरण में ही ‘ऐतराज’ नामक अक्षय कुमार, करीना कपूर अभिनीत फिल्म में नकारात्मक भूमिका अभिनीत की थी। उस दौर में प्रियंका मुंबई के वर्सोवा स्थित मध्यम आय वर्ग के रिहायशी क्षेत्र में किराए के फ्लैट में रहती थीं। कुछ समय पूर्व ही उन्होंने अमेरिका के सबसे महंगे क्षेत्र में एक बहुमंजिला का शिखर तल खरीदा है। इस फ्लैट की बालकनी में खड़े रहकर प्रियंका निओन रोशनी की बाहों में प्रसार के फैलते महानगर की हलचल देखते हुए मुंबई के वर्सोवा फ्लैट वाले संघर्ष के समय को याद करती होंगी।
ज्ञातव्य है कि सलमान खान की ‘भारत’ को छोड़कर प्रियंका ने अल्प बजट की फिल्म ‘स्काइ इज पिंक’ में नाम मात्र का धन लेकर कार्य करना शुरू किया। वह यह भी जानती थीं कि ‘स्काइ इज पिंक’ को कम दर्शक ही देखेंगे। उन्हें महसूस हुआ कि फिल्म में अभिनय करके वे स्वयं की नई परत खोज पाएंगी। उन्हें अनुमान था कि इसके बाद सलमान उनके साथ कभी काम नहीं करेंगे। वे इस गैर-व्यावसायिक काम के लिए खुद को दोषी भी मानती रहीं, परंतु कुछ नया करने की इच्छा व्यक्ति विकास के लिए आवश्यक है।
हॉलीवुड में प्रियंका ने टेलीविजन श्रृंखला में स्पाई की भूमिका अभिनीत की है। एक फिल्म में समुद्र तट पर चंचल लहरों के साथ बिकनी पहने मस्ती करने वाली युवती की भूमिका की है। सारांश यह है कि हॉलीवुड की मुख्यधारा में अभी तक वे शामिल नहीं हुई हैं। इसके लिए उन्हें स्वयं किसी विख्यात फिल्मकार से संपर्क करना होगा। दूसरा रास्ता यह किसी खूब बिकने वाली किताब को फिल्माने के अधिकार खरीदने होंगे। कोरोना के कारण सभी देशों में फिल्म निर्माण ठप पड़ा है। उन्हें इंटरनेट मंच के लिए कोई हलचल मचा देने वाले विषय के साथ फिल्मकार को प्रभावित करना होगा। पति निक जोनस और परिवार द्वारा आयोजित संगीत कार्यक्रम में वे हिस्सा लेती हैं।
व्यक्तित्व विकास के लिए किए गए प्रयास को हम पानी की तलाश में धरती की खुदाई से जोड़कर समझें। बड़ी शक्तिशाली बोरिंग मशीन खुदाई करते हुए काली चट्टान तक पहुंच जाती है। अत्यंत मजबूत काली चट्टान तोड़ पाने पर उसके नीचे का जल अत्यंत मीठा और शक्ति वर्धक होता है।
संभवत: प्रियंका चोपड़ा अब काली चट्टान तक पहुंच गई हैं। व्यक्तित्व विकास का यह कठिन सोपान है। प्रियंका चोपड़ा लंदन जाकर होली खेलीं। हर रंग में उनका दिल हिंदुस्तानी ही रहता है।