बुलावा / पद्मजा शर्मा
Gadya Kosh से
'तुम नहीं आई कल, कार्यक्रम में?'
'आपने बुलाया होता तो ज़रूर आती।'
'तुम तो खाली रहती हो, आ जाती। अखबार में थी न खबर।'
'मैं बिन बुलाए कहीं नहीं जाती। जिसने हमें बनाया है, उसके पास भी तभी जाऊंगी जब उसका बुलावा आएगा।'