मरुस्थल के वासी / श्याम सुन्दर अग्रवाल
Gadya Kosh से
गरीबों की एक बस्ती में लोगों को संबोधित करते हुए मंत्रीजी ने कहा, “इस साल देश में भयानक सूखा पड़ा है। देशवासियों को भूख से बचाने के लिए जरूरी है कि हम सप्ताह में कम से कम एक बार उपवास रखें।” मंत्री के सुझाव से लोगों ने तालियों से स्वागत किया।
“हम सब तो हफ़्ते में दो दिन भी भूखे रहने के लिए तैयार हैं। भीड़ में सबसे आगे खड़े व्यक्ति ने कहा।
मंत्रीजी उसकी बात सुनकर बहुत प्रभावित हुए और बोले, “जिस देश में आप जैसे भक्त लोग हों, वह देश कभी भी भूखा नहीं मर सकता।
मंत्रीजी चलने लगे, जैसे बस्ती के लोगों के चेहरे प्रश्नचिह्न बन गए हों। उन्होंने बड़ी उत्सुकता के साथ कहा, अगर आपको कोई शंका हो तो दूर कर लो।
थोड़ी झिझक के साथ एक बुजुर्ग बोला, साब! हमें बाकी पाँच दिन का राशन कहाँ से मिलेगा?
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