माँ / हेमन्त शेष

Gadya Kosh से
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मैंने माँ से कहा, बस एक वाक्य- ” मुझे, बस थोड़ी सी भूख है!” माँ ने इतना परोस दिया कि पूरा खाना खा नहीं सका. पर उतनी सारी जूठन उठाते वक्त भी माँ को मेरा वाक्य याद नहीं आया.

यहाँ बहू से नाराज़ सास कह सकती है- “देख ले! यही तो फर्क है- माँ और बीवी में! माँ हमेशा उतना ही परोसेगी, चाहे इस कहानी में लेखक को भूख कम ही क्यों न हो.... ”