माणस बदलते देखे पर तेरे तै तलै-तलै / नवीन रमण
जसोदाबेन और परिधान मंत्री मोदी
हे मेरे भरतार
मैं तै तन्नै आज तई आपणा भगवान मान्या करती। तेरे भक्ता नै मेरे पै तै ओ हक खोस (छीन) लिया। इब तै तू उनका भगवान सै। घरा अकेली छोड़ कै तै कद (कब) का चल्या ग्या था। देश की सेवा करण का घणा कीड़ा था तेरै। एक बर बी न्यू नी सोच्या अक मेरा के होवैगा। मेरा बी भोत (बहुत) मन था तेरी सेवा करण का।
सेवा तै तन्नै ठवाई कोन्या। हां, इतने साल मैं गाळ (गालियां) खूब खाली। बाकी एक बात तो सै लत्ते (कपड़े) घणे कसुत्ते पहरण लाग ग्या इब तू। पहल्या तै तन्नै ना तै खाणा खाण का शहूर था अर ना लत्ते पहरण का।
तेरी शक्ल बी इसी लाग्गै सै जणु नीरा घी पींदा हो। आड़ै घर मैं खाण नै दाणे नी थे अर तू इब घी खावै। धरती के सारे देस देख दिए होंगे तन्नै। जब देखूं मैं टीवी पै बाहर-ए दिखै सै। किसे बाबा तै दिखा ले कदे तेरे पां (पैर) तले किसे नै टोणा कर राख्या हो। एक जगाह टिकदे-ए कोनी। घणा हांडणा बी ठीक कोनी होंदा।
हिम्मत-सी मार कै यो पहल्या खत लिखे दिया। इब तै लिखती रहया करूंगी।
अच्छा राम-राम
तेरी भागवान जसोदाबेन