छुरी पेट चाक करती हुई नाक के नीचे तक चली गयी। इज़ारबंद कट गया। छुरी मारने वाले के मुँह से तुरंत अफ़सोस के शब्द निकले "च, च, च, च! मिस्टेक हो गया।"