मौसम है कातिलाना, पृथ्वी को बचाना है / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि : 22 फरवरी 2020
कमल हासन अभिनीत फिल्म ‘इंडियन 2’ की शूटिंग के समय क्रेन के ऊपरी हिस्से के गिर जाने से तीन तकनीशियनों की मृत्यु हो गई और 15 घायल हो गए। हर स्टूडियो में एंबुलेंस रखी जाती है। घायलों को तुरंत अस्पताल भेज दिया गया। विगत कुछ वर्षों से शूटिंग के समय कलाकारों और तकनीशियनों का बीमा कराया जाता है। कमल हासन ने भी मृतकों के हर परिवार को एक एक-एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। साथ ही यह भी कहा है कि कोई भी राशि मनुष्य के जीवन के बराबर नहीं होती। उनके द्वारा मृतकों के परिवार को दिया जाने वाला धन महज सहानुभूति अभिव्यक्त करता है। हम दुख के समय उनके साथ खड़े हैं।
मनमोहन देसाई की फिल्म ‘कुली’ के सेट पर हुई दुर्घटना में अमिताभ बच्चन घायल हुए थे और उन्हें चार्टर्ड फ्लाइट से मुंबई लाया गया था। डॉक्टरों की प्रतिभा, अस्पताल के साधन और अमिताभ की दृढ़ इच्छा शक्ति के कारण वे बच गए। मनमोहन ने दुर्घटना वाले शॉट को फ्रीज करके फिल्म में इस्तेमाल किया। इस शॉट को देखने के लिए दर्शकों में उत्साह रहा। इस तरह दुर्घटना भी बॉक्स ऑफिस पर भुना ली गई। मनोज कुमार की ‘क्रांति’ के लिए एक सेट लगाया गया था, जिसमें पैसे की बचत का ध्यान रखा गया। परिणाम यह हुआ कि शूटिंग के समय वह दीवार भरभराकर गिर गई, इसमें कैमरामैन नरीमन ईरानी की मृत्यु हो गई। उस वक्त नरीमन अमिताभ बच्चन अभिनीत ‘डॉन’ का निर्माण कर रहे थे। सलीम खान ने फिल्म पूरी की और प्रदर्शन से प्राप्त आय दिवंगत कैमरामैन की पत्नी को दी।
छोटे शहरों और कस्बों के युवा अपने प्रिय कलाकार की तरह कपड़े पहनने लगते हैं और अपनी चाल-ढाल भी उसी अनुरूप करने लगते हैं। इस तरह कस्बों के अपने दिलीप कुमार, देवानंद और राज कपूर होते हैं। आजकल कस्बाई सलमान और आमिर भी नजर आते हैं। कपड़े और चाल-ढाल के साथ ही युवा अपने नाई से कहते हैं कि उनके बाल फलां सितारे जैसे बना दो। यहां तक कोई विशेष हानि नहीं होती, परंतु जब कस्बाई युवा स्वयं को सचमुच सितारा समझने लगता है तब बहुत नुकसान होता है। नाई की दुकान किस्सागोई का अड्डा होती है। इसे अफवाहों की नर्सरी भी कह सकते हैं। नेताओं के विषय में मजाक भी यहां बनाए जाते हैं। कुछ टीवी एंकर भी यही काम करते हैं। ‘पप्पू कांट डांस साला...’ की तर्ज से प्रेरित जुमला अभी तक उस नेता पर चस्पा है, जबकि वह बदल चुका है।
ज्ञातव्य है कि महबूब खान की ‘मदर इंडिया’ के एक दृश्य की शूटिंग में सुनील दत्त ने नरगिस को झुलसने से बचाया था। इसी घटना से उनकी प्रेम कथा प्रारंभ हुई और उन्होंने शादी कर ली। यह भी दुखद ही रहा कि आर.के.स्टूडियो में एक टेलीविजन सीरियल की शूटिंग हो रही थी। दिवाली के दृश्य के लिए सैकड़ों दीये जलाए गए थे। शूटिंग समाप्त होने पर एक दीया जलता रह गया, जिससे आग लगने के कारण पूरा स्टूडियो खाक हो गया। एक फिल्म विरासत नष्ट हो गई।
फिल्म टेक्नोलॉजी इतनी तेजी से विकसित हुई है कि एक्शन दृश्य संपादन टेबल पर रखे जाते हैं। कुछ ट्रिक्स कैमरे द्वारा रची जाती है। कुछ लोगों का अनुमान है कि चीन की प्रयोगशाला में केमिकल युद्ध के लिए एक वायरस का विकास किया जा रहा था। दुर्घटना स्वरूप एक जार फूट गया। चीन में हजारों लोगों की मृत्यु हो गई। दुर्घटना कहीं भी हो, आम आदमी ही सबसे अधिक कष्ट पाता है।
इस समय सबसे बड़ी चिंता यह है कि पृथ्वी को बचाना है। विश्व में तापमान रूठी हुई महबूबा की तरह हो गया है। कई देशों के जंगलों में आग लग रही है। पौधारोपण और उनकी रक्षा एकमात्र बीमा है जो हम अपने बचाव में कर सकते हैं। एक वृक्ष को बचाना इस बीमे की एक किस्त चुकाने की तरह हम मान सकते हैं। हिमालय पर इस वर्ष अभी तक बर्फ पिघली नहीं है, परंतु मंदसौर में ओले बरस रहे हैं। आम आदमी अपनी किफायत और बचत की जीवनशैली से पृथ्वी की रक्षा कर सकता है।