ये दुनिया वाले पूछेंगे ! / माया का मालकौंस / सुशोभित

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ये दुनिया वाले पूछेंगे !
सुशोभित


जीवन के संध्याकाल तक आते-आते किशोर का कंठ इतना सध गया था कि उसे किसी और प्रयोजन की विवशता ना रह गई थी । वह आत्मविभोर हो चला था। यह ऐसे ही है कि वीणा को किसी बीनकार के करस्पर्श की आवश्यकता ना रहे, वह स्वयं ही अपने अंतर्भाव से तरंगायित होती रहे । किशोर के जीवन का पूर्वार्ध इतना नाटकीय था कि अचरज होता है उनके उत्तर- गायन में वो निरभ्र निरपेक्ष कहाँ से चला आया, जहाँ अब कुछ भी सायास ना था, सब पूरी तरह ढला हुआ, निथरा हुआ था । पूर्णता की अनुभूति उस व्यक्ति को अपने कौशल के प्रति उदासीन बना देती है, जिसके भीतर वह यश मूर्तमान हो गया हो । किशोर के गायन की संध्यावेला में शांत रस ही सर्वग्रासी हो गया था, शोक-अशोक उसमें निमज्जित हो गया था । संयोग-वियोग का भेद मिट गया था । हृदय में सांध्यभाषा मंज गई थी।

फ़िल्म ‘महल' का एक गीत है, जो देव आनंद पर फ़िल्माया गया था । संयोग का गीत है, किंतु किशोर के स्वर का शांत वैभव उसे जिस उत्कटता से मथता है, उसमें समतल का बिछला पठार कहीं नहीं मिलता । यहाँ जो कुछ है, तलस्पर्शी है, पातालभेदी है, उथला कुछ नहीं । यहाँ गायक अपनी कला के शिखर पर है । मुखड़े की चार पंक्तियाँ ही सुन लीजै ।

किंचित आमोद के आरोह में गीत की प्रस्तावना-

'ये दुनिया वाले पूछेंगे !'

तब, थोड़ा प्रकृतिस्थ हो आत्ममंथन के अचल स्केल पर -

'मुलाक़ात हुई / क्या बात हुई'

और फिर निरी निस्पृहता से राग - विस्तार का उत्सव, एक-एक शब्द को चुगते हुए-

'ये बात किसी से ना कहना !'

जिसके बाद फिर वही टेक, वर्तुल को पूर्ण करती हुई-

‘ये दुनिया वाले पूछेंगे!’

चार पंक्तियाँ गुनगुनाकर चार दिशा में व्याप जाने वाला यह किशोर स्वर है, इतना अनात्म, और इसके बावजूद इतनी गूँज से भरा, कि मजाल है उसकी मोहिनी की स्वर्ण शलाका तोड़ने को आप उद्यत भी हों ! भला क्यूँ कर ? जाना कहाँ है, पाना क्या है? सभी तारे टूट गए हैं । बस, एक अंतिम गीत बचा है, और अनंत शेष है । अब किसी चीज़ की जल्दी नहीं है, लालसा नहीं है । वीणा बज रही है, कोई सुने ना सुने, और वीणावादक कभी का मर चुका!

किशोर ने जिस तन्मय आवेग से ये अनुगायन किया, एक वही सत्व चेतना में साकार हो सके, तो और क्या शेष रहेगा । किंतु वह गौरव भी तो ईश्वर ने एक किशोर को ही दिया था, सबको कैसे मिले !

‘ये बात किसी से ना कहना!

ये दुनिया वाले पूछेंगे !'