रणबीर और कटरीना की जोड़ी / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि :22 अगस्त 2015
कटरीना कैफ और उनके अंतरंग मित्र रणबीर कपूर यूरोप गए थे, जहां कटरीना के इसरार के कारण रणबीर कपूर एक अस्पताल पहुंचे, जहां सिगरेट की लत छुड़ाने के लिए कुछ दवा दी जाती है और कुछ कवायद कराई जाती हैं। सब कुछ मनुष्य की इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है। आज दुनियाभर में तम्बाखू के किसी भी प्रकार के सेवन के भयावह परिणामों के प्रति जागरूकता लाने के प्रयास हो रहे हैं। सरकारी प्रतिबंध हमेशा असफल होते हैं। एक दौर में इंग्लैंड में भी शराब पीने को गैर-कानूनी करार दिया गया था, परंतु शीघ्र ही यह नियम हटा लिया गया। समाज में परिवर्तन कानून द्वारा नहीं, परिवार में विचार शैली में बदलाव से प्रारंभ होता है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई भी कानून काम नहीं करेगा, क्योंकि सामाजिक क्रांति के बीज परिवार नामक आधारभूत यूनिट में ही बोए जाते हैं।
बहरहाल, रणबीर कपूर सिगरेट पीने की लत से छुटकारा पा चुके हैं। अब गौरतलब यह है कि लत से छुटकारे का कितना श्रेय हम यूरोप के अस्पताल को दें और कितना अंतरंग मित्र कटरीना कैफ को दें? क्या प्रेम से भी बड़ा कोई डॉक्टर होता है या प्रेम स्वयं एक लत है? कुछ प्रेमल हृदय लोग अादतन इश्क में पड़ते रहते हैं। कई लोगों का कहना है कि प्रेम जीवन में एक ही बार होता है और यह आदतन इश्क में पड़ना महज लंपटता है, जिसे इश्क जैसी दिव्य भावना का मुखौटा दिया जा रहा है। कुछ लोगों का ख्याल है कि पहला प्रेम मनुष्य कभी भूल नहीं पाता, जिसका अर्थ है दूसरी बार भी प्रेम हो सकता है। व्यावहारिक तथ्य यह है कि जिसे पहला प्रेम कहा जाता है, वह एक न प्राप्त होेने वाली चीज के लिए ललक मात्र होती है और मनुष्य इस प्रथम आकर्षण को अपनी कल्पना से रोमेंटेसाइज कर देता है। सच तो यह कि यह गरिमा प्रदान करने की हमारी पैदाइशी आदत के कारण ही हमने अपने इतिहास और संस्कृति को भी रोमेंटेसाइज किया है और असली रूप पर इतने आवरण डाल दिए हैं कि अब वह पहचाना ही नहीं जाता। हम सभी मूलत: कथाकार हैं और हमने अपने जीवन का एक अफसाना रच लिया है और ताउम्र उस अफसाने के पात्र बने रहते हैं। बहरहाल, गत कई महीनों से रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ कार्टर रोड पर भव्य ऊपरी मंजिल के पलैट में किराएदार हैं और वहां का पूरा डेकोरेशन भी नए ढंग से किया गया है। आजकल अनेक नगरों में लिव-इन रिलेशनशिप में बिना विवाह किए अनेक लोग विवाहितों की तरह रहते हैं। यह पूरे विश्व में ही हो रहा है। एक सदी पूर्व ज्यां पाल सार्त्र और सिमोन द बेवॉ एक साथ बिना विवाह के रहे हैं। यह संभव है कि पारंपरिक विचार वालों को यह अनैतिक लगता हो। दशकों पूर्व पारंपरिकता के लिए प्रसिद्ध गुजरात में 'मैत्री-करार' नामक व्यवस्था के तहत लोग पति-पत्नी की तरह रहे हैं। बंगाल में धनाढ्य व्यक्ति की बगानवाडी में उसकी अंतरंग मित्र, जिसे पत्नी कहने में संकोच होता है, रहती रही है और पुश्तैनी घर में पत्नी भी रहती है।
अब तो कानून लिव-इन और मैत्री-करार को भी रिश्ता मानता है, जिसके तहत संपत्ति में उस स्त्री का और उसकी संतान का अधिकार होता है। कुछ दिन पूर्व ही राजेश खन्ना के साथ दस वर्ष तक रही स्त्री अदालत में मुकदमा हार गई है। सभी अदालतों के ऊपर एक दिल की अदालत होती है, जहां कोई जिरह नहीं होती और उसके फैसलों पर प्राय: अमल नहीं हो पाता। यह तो हमारा कमाल है कि दिल नामक मजबूत पम्प को हमने सोचने का अधिकारी बना दिया है, जबकि सच्चाई यह है कि मस्तिष्क के भावना पक्ष को दिल और तर्कसम्मत पक्ष को हम दिमाग कहने के आदी हो चुके हैं गोयाकि इश्क भी दिमाग ही करता है परंतु भावना के संचार से रक्तचाप में अंतर आता है और दिल जोर से धड़कने लगता है। भावना हो या तर्क दोनों ही मस्तिष्क में जन्म लेते हैं और शरीर के सारे अवयव भी उसी से शासित हैं। रणबीर कपूर प्रतिभाशाली है और कटरीना कैफ सुंदर होने के साथ ही व्यावहारिकता में कुशल हैं और अनुशासन प्रिय भी हैं। रणबीर कपूर और कटरीना एक-दूसरे को समझते हैं और अपने इतिहास से दोनों वाकिफ भी हैं। यह वयस्क प्रेम-कथा है। कपूर परिवार ने इस अंतरंगता को स्वीकार कर लिया है। 'मकतबे इश्क का इक ढंग निराला देखा, सबक जिसको याद हुआ, उसे छुट्टी न मिली।'