रणबीर कपूर और आलिया भट्ट का इश्क? / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि : 20 जून 2018
फिल्म उद्योग में प्रेम कहानियां हमेशा बनाई जाती हैं और परदे के परे भी कलाकारों के प्रेम-प्रसंग जारी रहते हैं। आंकड़े यह कहते हैं कि प्रेम से अधिक फिल्में बदले की भावना से प्रेरित रहती हैं। कुछ प्रेम-प्रसंग बदला लेने के लिए भी गढ़े जाते हैं। मसलन, राजेश खन्ना की अपनी प्रेमिका अंजू महेन्द्र्ू से अनबन हो गई तो उन्होंने एक चांदनी रात में समुद्र तट पर डिम्पल के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा। उस समय डिम्पल की पहली फिल्म राज कपूर की 'बॉबी' निर्माण के अंतिम चरण में थी। राजेश खन्ना ने अपनी बारात अंजू महेन्द्रू के बंगले के सामने से निकाली और बरातियों ने वहां आधे घंटे तक जमकर भांगड़ा किया। यह सब केवल बदले की भावना से वशीभूत होकर किया गया।
इस विवाह का आधार ही बदला था, अत: यह ज्यादा टिका नहीं। अंजू ने अमजद के भाई इम्तियाज से विवाह कर लिया और डिम्पल ने राजेश खन्ना का घर छोड़ दिया तथा पुन: अभिनय क्षेत्र में प्रवेश किया। बहरहाल, ताजा प्रेम-प्रसंग है रणबीर कपूर और आलिया भट्ट का। दोनों ही फिल्म परिवारों से आए हैं। रणबीर कपूर परिवार की चौथी पीढ़ी के नुमाइंदे हैं और आलिया भी भट्ट परिवार की चौथी पीढ़ी है। ज्ञातव्य है कि महेश भट्ट के पिता भी फिल्मकार रहे थे। एक और समानता यह है कि रणबीर की मां नीतू सिंह भी अभिनय कर चुकी हैं और आलिया की मां सोनी राजदान भी अभिनय करती रही हैं। उन्होंने 'सारांश' में भी अभिनय किया था। इस तरह फिल्म परिवार की चौथी पीढ़ियों के बीच प्रेम का सेतु बन रहा है। भट्ट सिनेमाई स्कूल अपनी किफायत के लिए जाना जाता है और कपूर परिवार जी खोलकर खर्च करने वालों का परिवार माना जाता है। भट्ट फिल्म निर्माण संस्था 'विशेष फिल्म्स' ने बिपाशा, कंगना, रनौत, सोनी राजदान इत्यादि कलाकारों को प्रस्तुत किया है तो कपूर दड़बे ने भी निम्मी, डिम्पल कपाड़िया, केसनिया रेबिनकिना, पद्मिनी कोल्हापुरे, मंदाकिनी इत्यादि को अवसर दिया है।
मेघना गुलजार की 'राजी' के बाद आलिया भट्ट शिखर श्रेणी में पहुंच गई हैं परंतु रणबीर कपूर अभी हताहत हैं। उनकी कुछ फिल्में असफल रही हैं परंतु सभी निर्माता उसकी प्रतिभा के कायल हैं। अपनी प्रतिभा के कारण ही असफलताओं के बावजूद उसे अनुबंधित किया जा रहा है। फिल्म उद्योग में सितारे की हैसियत उसके द्वारा अस्वीकृत भूमिकाओं की संख्या आधार पर भी आंकी जाती है। रणबीर कपूर के सबसे नज़दीकी मित्र अयान मुखर्जी हैं, जिनके निर्देशन में वे 'वेकअप सिड' और दीपिका पादुकोण के साथ कई फिल्में कर चुके हैं तथा अभी 'ब्रह्मास्त्र' निर्माणाधीन है। टाइटल से इसके मायथोलॉजी होने का अाभास होता है परंतु यह मौजूदा कालखंड की फिल्म है। अयान मुखर्जी और रणबीर कपूर प्रतिदिन घंटों साथ रहते हैं।
रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण तथा रणबीर और कैटरीना कैफ की जोड़ियां सुर्खियों में रही है। रणबीर और कैटरीना तो कुछ समय साथ भी रहे हैं परंतु अलगाव के बाद कैटरीना अपने बेस कैम्प सलमान खान के निकट आ गई हैं। रणबीर कपूर की अभिनय प्रतिभा में उसके दादा राज कपूर और पिता ऋषि कपूर का प्रभाव स्पष्ट नज़र आता है और प्रेम के मामले में ताऊ शम्मी कपूर की झलक है परंतु इन तमाम प्रभावों के साथ ही उसका अपना मौलिक भी बहुत कुछ है। दीपिका पादुकोण, कैटरीना कैफ और आलिया भट्ट अलग-अलग सोच-विचार वाली सफल कलाकार हैं। इन खूबसूरत सितारों का रणबीर कपूर के प्रति रुझान होना ही उनमें एकमात्र समानता है। रणबीर कपूर में कुछ चुम्बकीय तत्व है, जो इन महिलाओं को अपनी ओर खींचता है। आलिया भट्ट इन सबसे जुदा हैं परंतु वे भी रणबीर के जादू में बंध रही हैं जैसा कि सुर्खियां बयां कर रही हैं। यह कपूराना तिलिस्म है? ये पेशावरी पठान खून की दरिया से नहीं डरते वरन् आंखों में थमे आंसू देखकर पिघल जाते हैं। इस तरह दिलों में बस जाते हैं।
प्राय: युवा लड़के को कोई लड़की संसार की सबसे सुंदर लड़की लगती है और लड़की उसे सबसे अधिक बुद्धिमान मान लेती है। अग्नि के गिर्द फेरे लेते समय तक तिलिस्म कायम रहता है। समय बीतने पर ही तिलिस्म टूटता है और उसके टूटने के बाद भी आप उसे पसंद करते हैं तो यह सच्चा प्रेम कहा जा सकता है। आत्मा का आकल्पन भी उसे शरीर में ही बसा होना साबित करता है।अगर आलिया भट्ट और रणबीर कपूर का यह एक-दूसरे के प्रति आकर्षित होना आग का दरिया पार करके मंजिल पर पहुंचना है तो क्या इस विस्फोट के आणविक प्रभाव में भट्ट बंधु भव्य फिल्में रचने लगेंगे या कपूर किफायत से फिल्में बनाने लगेंगे? समय का रसायन प्राय: अजूबे रचता है।