रात का रिपोर्टर / निर्मल वर्मा

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रात का रिपोर्टर
Raat ka reporter.jpg
रचनाकार निर्मल वर्मा
प्रकाशक राजकमल प्रकाशन
वर्ष 2010
भाषा हिन्दी
विषय उपन्यास
विधा $ 10.95
पृष्ठ 131
ISBN 81-7178-990-0
विविध
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भूमिका

दिन खामोश हो, सड़क खाली हो,

मैं समझा नहीं...खतरा कैसा?


  • रात का रिपोर्टर आपातकाल के दिनों को लेकर लिखा गया हिन्दी में पहला उपन्यास है।
यह रचना गद्यकोश मे अभी अधूरी है।
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