लोकसभा में मौजूद अगाथा का दायित्व / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि : 24 जुलाई 2019
पीए संगमा लोकसभा के स्पीकर रहे थे। उन्होंने अपने दायित्व का निर्वाह कुशलतापूर्वक किया था। उस दौर में वर्तमान की तरह हुड़दंग का तांडव प्रारंभ नहीं हुआ था। बहरहाल, पीए संगमा साहब ने अपनी ज्येष्ठ कन्या का नाम अगाथा रखा और उनकी यह 38 वर्षीय बेटी लोकसभा सदस्य हैं (दूसरी पुत्री क्रिस्टी आर्किटेक्ट हैं और विदेश में बसी हैं। वे 'फाउंटेनहेड' की लेखिका आयन रैंड के देश में बसी हैं, जिनका उपन्यास शिल्प विज्ञान व कला की बाइबिल है। पीए संगमा अपनी प्रिय लेखिका अगाथा क्रिस्टी से इतने प्रभावित रहे कि उन्होंने अपनी बेटियों के नाम अगाथा और क्रिस्टी रखे। अपनी रुचियों, रुझान और व्यक्तिगत पूर्वग्रह नामकरण प्रक्रिया में व्यक्त होते हैं। हमने कभी कंस और रावण नाम नहीं रखे परंतु कंस और रावण अपनी विषैली प्रवृत्तियों सहित हमेशा मौजूद रहे हैं। दक्षिण भारत में स्टालिन व लेनिन नाम रखे गए हैं। मुंबई में हिटलर नामक बार विरोध के कारण बंद हुआ। हिटलर अपनी विनाशक प्रवृत्ति के साथ आज भी मौजूद है। हमने हर वर्ष रावण दहन किया परंतु वह जलाए नहीं जलता।
रहस्य, रोमांच और हर प्रकार के अपराध पर अगाथा क्रिस्टी ने उपन्यास लिखे हैं। उनके सारे उपन्यासों की बिक्री नंबर दो पर रही है। प्रकाशन क्षेत्र में दिए गए आंकड़ों द्वारा प्रमाणित तथ्य है कि बाइबिल सबसे अधिक बिकने वाली किताब है। यह कहना कठिन है कि सबसे अधिक संख्या में बिकने वाली किताबें सबसे अधिक पढ़ी भी जाती हैं। तबादले पर आए एक आला अफसर ने आदेश दिया कि उनके बंगले के वाचनालय कक्ष में महान किताबें लाकर सजा दी जाएं और पढ़ने के लिए कुछ जासूसी उपन्यास, फिल्मी किताबें, माया, मनोहर कहानियां भी लेते आएं। अगाथा क्रिस्टी के अधिकांश उपन्यासों पर फिल्में बनी हैं। उनके उपन्यास 'एंड देन देयर वर नन' पर अंग्रेजी भाषा में फिल्म बनी और हिंदी में वह 'गुमनाम' के नाम से बनाई गई। इसी फिल्म में मेहमूद पर फिल्माया गया 'काले हैं तो क्या दिलवाले हैं' अत्यंत लोकप्रिय हुआ। कालांतर में मेहमूद सबसे अधिक धन कमाने वाले हास्य कलाकार बने। अगाथा क्रिस्टी के उपन्यास 'मर्डर ऑन ओरिएंटल एक्सप्रेस' पर बनी फिल्म में शिखर सितारों ने अभिनय किया था। अगाथा क्रिस्टी के कुछ उपन्यासों में जासूस बेल्जियम में जन्मा हरकुली पॉयरो है, जिसकी मूंछों से हीरे भी तराशे जा सकते हैं। ज्ञातव्य है कि बेल्जियम विश्व की सबसे बड़ी हीरा मंडी है। यह बात अलग है कि सआदत हसन मंटो की एक कहानी में 'हीरा मंडी' तवायफों का मोहल्ला है। याद आता है इरशाद कामिल का गीत 'कतिया करूं सारी सारी रात तकिया करूं'। अगाथा क्रिस्टी का दूसरी जासूस पात्र उम्रदराज मिस पारपल है, जिसकी आंखें मेग्निफाइंग ग्लास की तरह सूक्ष्म से सूक्ष्म वस्तु भी देख लेती है। अगाथा क्रिस्टी ने कभी किसी उपन्यास में हरकुली पॉयरो और मिस मारपल को एक टीम की तरह प्रस्तुत नहीं किया। अनुराग बसु अपनी फिल्म 'दो जासूस' में यह कर सकते थे।
ज्ञातव्य है कि हुकूमते बरतानिया ने जिन देशों पर राज किया, उन देशों में जासूसी साहित्य भी रचा गया। देवकीनंदन खत्री के उपन्यास 'चंद्रकांता' इत्यादि के अय्यार पात्र जासूस पात्रों से अलग रचे गए हैं। सर आर्थर कॉनन डायल का पात्र शेरलॉक होम्स तो इतना विश्वसनीय एवं लोकप्रिय हो गया था कि उसके पते पर सैकड़ों खत आते थे। युवा शेरलॉक होम्स पर बनी फिल्म सफल रही थी। हमारे महानतम फिल्मकार सत्यजीत राय ने भी जासूसी पात्र रचे हैं। राय महोदय के जासूस तर्क द्वारा रहस्य उजागर करते प्रस्तुत हुए हैं। इस तरह के जासूस साहित्य में मुख्य पात्र का एक सहयात्री पात्र रचा जाता है, जिसकी गलती कभी-कभी रहस्य सुलझाने में मददगार साबित होती है। कर्नल विनोद के सहायक हंसोड़ कप्तान हमीद का प्रिय पालतू जानवर एक गधा है। दरअसल, यह बुद्धि की हेकड़ी का मखौल बनाया गया है। कुछ पुलिस महकमों में प्रशिक्षित कुत्तों की सहायता से अपराधी पकड़े जाते हैं। अक्षय कुमार अभिनीत 'ए सोल्जर इज नेव्हर ऑन हॉलीडे' में कुत्ते की सहायता से नायक अपराधी तक पहुंचता है।
क्या पीए संगमा की सांसद पुत्री अगाथा किसी राष्ट्रीय घपले को उजागर कर पाएंगी? सारी संस्थाओं को 'कोमा' में पहुंचा दिया गया है। पुरातन आख्यानों से संचालित कालखंड में जासूस नहीं अय्यार की आवश्यकता है। निदा फाज़ली ने लिखा है, 'औरों जैसे होकर भी बाइज्जत है बस्ती में कुछ लोगों का सीधापन है, कुछ है अपनी अय्यारी भी'।