लोग / खलील जिब्रान / सुकेश साहनी

Gadya Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

(अनुवाद :सुकेश साहनी)

तीन आदमियों की नज़र हरी-भरी पहाड़ी पर बने एक सफेद घर पर पड़ी।

उनमें से एक ने कहा, "यही रूथ नामक औरत का घर है, वह एक बूढ़ी डाइन है।"

दूसरे आदमी ने कहा, "गलत! लेडी रूथ एक बहुत खूबसूरत औरत है।"

तीसरे आदमी ने कहा, "तुम दोनों को पता नहीं है! रूथ तो इस राज्य की मालकिन और अपने गुलाम किसानों का खून चूसती है।"

वे लेडी रूथ के बारे में बातें करते हुए चैराहे पर आ गए. वहाँ एक बूढ़े से भेंट होने पर एक ने उससे पूछा, "कृपया हमें रूथ नामक महिला के बारे में कुछ बताएँ जो पहाड़ी स्थित सफेद मकान में रहती है।"

बूढ़े आदमी ने उनकी ओर मुस्कुराकर देखा और कहा, "मैं नब्बे वर्ष का हूँ और जब मैं निरा बालक था तब भी रूथ के बारे में सुना करता था। वैसे रूथ नामक महिला को मरे अस्सी वर्ष हो गए हैं।"