वीरेंद्र परमार / परिचय
वीरेन्द्र परमार की रचनाएँ |
पूरा नाम : वीरेन्द्र परमार
राज्य : बिहार
जन्मतिथि : 10 मार्च 1962
जन्म स्थान : ग्राम +पोस्ट – जयमल डुमरी, जिला- मुजफ्फरपुर- 843107 ( बिहार )
प्रकाशित पुस्तकें
- अरुणाचल का लोकजीवन(2003)
- अरुणाचल के आदिवासी और उनका लोकसाहित्य(2009)
- हिंदी सेवी संस्था कोश(2009)
- राजभाषा विमर्श(2009)
- कथाकार आचार्य शिवपूजन सहाय (2010)
- हिंदी:राजभाषा,जनभाषा, विश्वभाषा (संपादन- 2013)
सम्मान एवं पुरस्कार
- विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर द्वारा सुदीर्घ हिंदी सेवा के लिए विद्यासागर की मानद उपाधि प्राप्त- वर्ष 2008
- राजभाषा संघर्ष समिति, दिल्ली द्वारा श्री जगन्नाथ एवं विश्वंभर प्रसाद गुप्तबंधु स्मृति राजभाषा सम्मान - 2012-13
- राष्ट्रकिंकर, नई दिल्ली द्वारा संस्कृति सम्मान- 2016
शिक्षा
- एम.ए. (हिन्दी ); बी. एड.
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली द्वारा आयोजित कनिष्ठ अनुसंधान अध्येतावृत्ति परीक्षा (नेट )उत्तीर्ण– वर्ष 1986
- पी-एच.डी.–विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की अनुसंधान अध्येतावृत्ति के अंतर्गत “कथा साहित्य के विकास में आचार्य शिवपूजन सहाय का योगदान” विषय पर शोध एवं 1993 पी-एच.डी. की उपाधि प्राप्त |
अनुभव
भारत सरकार के राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय में हिन्दी प्राध्यापक के रूप में हिन्दी शिक्षण योजना के ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश ),पटना (बिहार ),सुनाबेड़ा (कोरापुट,ओड़िसा ) कोलकाता और गुवाहाटी केंद्रों पर अठारह वर्षों तक प्राध्यापन I वर्ष 2006 से 2010 तक जल संसाधन मंत्रालय (भारत सरकार ) के अधीनस्थ कार्यालय केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड, फरीदाबाद में उपनिदेशक (राजभाषा ) के पद पर कार्यरत | जुलाई 2014 से अक्टूबर 2015 तक राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय (भारत सरकार) में उपनिदेशक(कार्यान्वयन) के पद पर गुवाहाटी में तैनात I
- केन्द्रीय सरकार के विभिन्न कार्यालयों, उपक्रमों,निगमों, बैंकों में आयोजित होनेवाली हिंदी कार्यशालाओं का संचालन एवं आमंत्रित व्याख्याता के रूप में भागीदारी I
- आकाशवाणी से लगभग एक सौ से अधिक साहित्यिक- सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा सामयिक वार्ता का प्रसारण | दूरदर्शन से अनेक कार्यक्रम प्रसारित |
- दिल्ली प्रेस पत्रिका समूह द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता - 2001 के अंतर्गत कुरसी की आत्मकथा शीर्षक कहानी पुरस्कृत I
- राष्ट्रीय स्तर की पत्र –पत्रिकाओं, जैसे गवेषणा ,चौमासा, राजभाषा भारती, इंद्रप्रस्थ भारती, रंगायन, नया ज्ञानोदय, साहित्य अमृत, पूर्वांचल प्रहरी आदि में पूर्वोत्तर भारत के सामाजिक जीवन, लोकपरम्परा, लोकसंस्कृति, लोकसाहित्य, अरुणाचली जनजातियों एवं संस्कृति पर केंद्रित शोधपरक आलेख, हिंदी सेवी संस्था तथा राजभाषा संबंधी आलेख, लोककथाएँ, लोकगीत, कहानी, व्यंग्य आदि प्रकाशित |अनेक अभिनंदन ग्रंथों, संपादित पुस्तकों एवं संकलनों में आलेख प्रकाशित I डॉ वीरेन्द्र कुमार सिंह तथा वीरेन्द्र परमार दोनों नामों से साहित्य लेखन |
- राजीव गांधी विश्वविद्यालय,अरुणाचल प्रदेश के लिए एम.ए.(हिन्दी) पत्राचार पाठ्यक्रम हेतु पाठ लेखन ( वर्ष 2014 ) :
• पूर्वोत्तर के सात राज्यों का लोकसाहित्य , • अरुणाचल का लोकसाहित्य , सम्प्रति :
उपनिदेशक (राजभाषा) केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड जल संसाधन मंत्रालय (भारत सरकार) भूजल भवन, एन एच – 4 फरीदाबाद- 121001
पत्राचार का पता :
मकान संख्या- 1091, टाईप- 5, एन एच – 4, फरीदाबाद- 121001 ईमेल और फेसबुक : bkscgwb@gmail.com मोबाइल: 9868200085