वेकअप सिड के बहाने / जयप्रकाश चौकसे
वेकअप सिड के बहाने
प्रकाशन तिथि : 16 सितम्बर 2009
करण जौहर की रणबीर कपूर, अभिनीत फिल्म ‘वेक अप सिड’ का नायिका कोंकणा सेन शर्मा नायक से उम्र में बडी हैं। इस फिल्म की कहानी जवानी की दहलीज पर दो-चार कदम चले युवा की है, जिसें स्वयं को समझने की प्रक्रिया में थोडी सी बडी उम्र की लडकी का सहारा मिलता है। दशकों पूर्व रणबीर के पिता ऋषि कपूर ने अपने से काफी बडी उम्र की राखी से ‘दूसरा आदमी’ फिल्म में प्यार किया था। ऋषि तो अपनी पहली ही फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में बडी उम्र की अपनी टीचर सिम्मी ग्रेवाल से इश्क करते हैं, परंतु उनकी उम्र जवानी की दहलीज से कदम दो कदम वाली थी।
बहरहाल उम्र की खाई में फंसी अनेक प्रेम कथाऐं पश्चिम में बनी हैं, जिनमें ‘फोर्टी कैरेट’ लाजवाब मानी जाती है। इस फिल्म में बताया गया है कि उम्र महज आंकडा है और प्रेम का इससे कोई संबंध नहीं है। राजेंद्र सिंह बेदी के महान उपन्यास ‘एक चादर मैली सी’ में बडे भाई की मृत्यु के बाद कई वर्ष् तक छोटे देवर को अपनी भाभी से शादी के लिए बाध्य किया जाता है, क्योंकि अपने भाई के तांगे को चलाने से इतनी आय नहीं होती कि दो परिवार पलें। ऐसे में आर्थिक स्थितियां रिश्तों को नए ढंग से परिभाषित करती हैं और इस उपन्यास का मूल उददेश्य भी यही था। यह भी इत्तेफाक है कि इस फिल्म के नायक भी ऋषि कपूर थे, जो बडी उम्र की हेमा मालिनी से विवाह करते हैं, जिसने अपनी पहली शादी के समय अपने नन्हें देवर को स्नान भी कराया होता है। अनिल कपूर और श्रीदेवी की ‘लम्हें’ भी उम्र के अंतर के बावजूद प्रेम को सामने लाईं थी।
बहरहाल ‘वेक अप सिड’ महज उम्र के अंतर की प्रेमकथा नहीं है, वरन वह आज के विलक्षण समय में जवान होने की कश्मकश की कथा है। कम्प्यूटर युग के अपने खिलौने हैं और इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेटस पर आधारित होते हुए युवा उनका खिलौना बन जाता है। यह दौर गति में स्थिरता को पकडने और समझने का है और इसमें जागना (वेक अप) सुबह उठना नहीं, बल्कि स्वयं के प्रति जागरूक होना है। इस फिल्म पर बात करते हुए कोंकणा सेन शर्मा ने बताया कि गंभीर फिल्में और भूमिकाओं के लगातार निर्वाह के कारण उनकी ऐसी छवि बन गई है कि आज के युवा उनसे आतंकित रहते हैं। वे रणबीर कपूर से महज कुछ वर्ष ही बडी हैं। दरअसल कोंकणा विलक्षण अभिनेत्री हैं, परंतु उनका रूप-रंग पारंपरिक नायिका का नहीं है और इसी कारण उनकी उम्र जितनी है, उससे अधिक लगती है।