वो पिता बनने वाला है / रश्मि
सूबेदार की पत्नी - कमांडर साहब! मैं आपकी बटालियन के सूबेदार शंकर की पत्नी हूँ।
कमांडर - मैडम जी! आपको मेरा ये मोबाइल नम्बर कहाँ से मिला?
सूबेदार की पत्नी - जी जनाब ये नंबर मेरे पति शंकर की डायरी में लिखा था। मैं आपको ज्यादा परेशान नहीं करुँगी। बस साहब आप एक बार शंकर से मेरी फ़ोन पर बात करवा दीजिए। बहुत जरूरी बात करनी है।
कमांडर - लेकिन मैडम जी! शंकर सूबेदार तो इन दिनों बॉर्डर पर तैनात है। आप कोई संदेसा देना चाहो तो बता दो बहन, मैं उस तक पहुँचा दूँगा।
सूबेदार की पत्नी – जनाब! बस इतना कह देना कि गाय ब्याह गई है और आँगन में चिड़िया के बच्चे उतर आए हैं।
कमांडर – ये भी कोई खास संदेसा है भला! ................अरे! अरे! समझ गया, समझ गया। वो पिता बनने वाला है? बहुत-बहुत बधाई हो बहन।
सूबेदार की पत्नी – शुक्रिया भाईसाहब! मैं आपको भाई कह सकती हूँ न?
कमांडर – हाँ बहन बिलकुल ...और मैं आज शाम शंकर से तुम्हारी बात करवाता हूँ जाकर।
( करीब दो घंटे में कमांडर के पास खबर आती है कि शंकर सूबेदार बॉर्डर पर आतंकवादियों की गोली का शिकार हो गया। )
................... शाम को ..................
सूबेदार की पत्नी – भाई जी! आपने मेरी बात नहीं करवाई।
कमांडर – आज जा नहीं पाया, कल करवाता हूँ।
सूबेदार की पत्नी - कल कितने बजे?
कमांडर - जब टाइम मिलेगा।
सूबेदार की पत्नी - तब भी भाई जी ...टाइम बता देते तो ....
कमांडर - हम फौजियों के टाइम का पता होता है क्या? परेशान मत कर बहन ...ड्यूटी करने दे।
.............................. कमांडर ऑफलाइन ..............................
(व्हाट्सअप पर कभी-कभी रिश्ते कुछ यूँभी छटपटाते हैं।अपनों के करीब आने के लिए तड़पते हैं लेकिन बिलख-बिलखकर रहजाते हैं।)