शब्दों का मसीहा सार्त्र / प्रभा खेतान / पृष्ठ 1
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फ्रांसीसी दार्शनिक-चिंतक ज्यां पाल सार्त्र का जीवन वृत्त
समीक्षा
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सार्त्र : शब्दों का मसीहा सार्त्र
विश्व चिंतन सीरीज के तहत सरस्वती विहार, नई दिल्ली से सन् १९८५ में प्रकाशित प्रभा खेतान की यह पुस्तक मुख्य रूप से फ्रांसीसी दार्शनिक-चिंतक ज्यां पाल सार्त्र के जीवन वृत्त पर व्यापक प्रकाश डालती है। साथ ही पुस्तक सार्त्र के चिंतन व सिद्धांतों का भी सम्यक् विश्लेषण कराती है। पांच अध्यायों में विभाजित यह पुस्तक सार्त्र के बारे में जिज्ञासु पाठकों को पूर्ण तृप्ति कराने वाली है।