शब्द / हेमन्त शेष

Gadya Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

“प्लीज़.... मेरी किसी बात का तुम्हें बुरा लगा हो तो भी शोभना, बुरा न मानना”... मैंने शोभना, अपनी पत्नी से ये जानते भी कि वह बुरा मान चुकी है, कहा - प्लीज़....

पता नहीं किस बात पर झगड़ा हुआ था.

कई दिन वह रूठी रही. मैंने कई दफा मनाया भी पर अंत में ये बात पता चली कि अँग्रेज़ी का ‘प्लीज़’ शब्द कई बार काम नहीं करता है!