शेखर जोशी / परिचय

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शेखर जोशी

जन्म - सितम्बर 1932, अल्मोड़ा जनपद के ओलिया गांव में। 1955 में ‘धर्मयुग’ कहानी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार। सम्मान-पुरस्कार :‘पेड़ की याद’ शब्द-चित्र-संकलन के लिए उत्तर प्रदेश हिन्दी-संस्थान का महावीर प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार 1987। प्रकाशन - कोसों का घरवार, साथ के लोग, हलवाहा, नौरंगी बीमार है, मेरा पहाड़ (कहानी-संग्रह) पेड़ की याद (शब्द-चित्र) संपर्क - 100 लूकर गंज, इलाहाबाद


शेखर जोशी का संक्षिप्त परिचय- सितम्बर १९३२ में अल्मोड़ा जनपद के ओजिया गाँव में जन्मे श्री शेखर जोशी की प्रारंभिक शिक्षा अजमेर और देहरादून में हुई। कथा लेखन को दायित्वपूर्ण कर्म मानने वाले जोशी हिंदी के सुपरिचित कथाकार हैं। उन्हें उ०प्र० हिंदी संस्थान द्वारा महावीर प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार-१९८७, साहित्य भूषण-१९९५ पहल सम्मान-१९९७ से सम्मानित किया जा चुका है। आपकी कहानियों का विभिन्न भारतीय भाषाओं के अलावा अंग्रेज़ी, चेक, रूसी, पोलिश और जापानी भाषाओँ में अनुवाद किया जा चुका है। कुछ कहानियों का मंचन और 'दाज्यू' नमक कहानी पर बाल-फिल्म सोसायटी द्वारा फिल्म का निर्माण किया गया है। आपकी प्रमुख प्रकाशित कृतियाँ हैं-कोशी का घटवार, साथ के लोग, हलवाहा, नौरंगी बीमार है, मेरा पहाड़, प्रतिनिधि कहानियाँ और एक पेड़ की याद। दाज्यू, कोशी का घटवार, बदबू, मेंटल जैसी कहानियों ने न सिर्फ़ शेखर जोशी के प्रशंसकों की लम्बी जमात खड़ी की बल्कि नई कहानी की पहचान को भी अपने तरीके से प्रभावित किया है। पहाड़ी इलाकों की गरीबी, कठिन जीवन संघर्ष, उत्पीड़न, यातना, प्रतिरोध, उम्मीद और नाउम्मीद्दी से भरे औद्योगिक मज़दूरों के हालात, शहरी-कस्बाई और निम्नवर्ग के सामाजिक-नैतिक संकट, धर्म और जाती में जुडी घटक रूढ़ियाँ- ये सभी उनकी कहानियों का विषय रहे हैं।