समय कथाचक्र / मधुकर सिंह / पृष्ठ 1
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‘समय कथाचक्र’ में मेरे चार उपन्यास ‘सबसे बड़ा छल’, ‘सोनभद्र की राधा’, ‘सीताराम, नमस्कार’ एवं ‘जंगली सुअर’ संकलित हैं। इन उपन्यासों की विषयवस्तु कथ्य, सब कुछ आजादी के बाद का कथा-परिवेश है, जहाँ सामाजिक-राजनैतिक परिस्थितियों के बदलते यथार्थ, मानवीय अन्तर्द्वन्द्व एवं अन्तर्विरोध की स्थितियाँ उजागर हैं। आज भी बेहतर मनुष्य और बेहतर समाज के लिए संघर्ष जारी है। ग्रामीण परिवश के इन सारे उपन्यासों में इतिहास-विरोधी ताकतों के विरुद्ध मुक्ति-कामी मनुष्य की अन्तर्व्यथा है, छटपटाहट है।
- मधुकर सिंह