सितारों से मुलाकात की तिजारत / जयप्रकाश चौकसे

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सितारों से मुलाकात की तिजारत
प्रकाशन तिथि : 31 जनवरी 2019


इस सत्य घटना का संबंध तीन व्यक्तियों से है, जिनमें से दो नज़र आते हैं और एक अदृश्य हैं। जैसे बोनी कपूर की फिल्म 'मिस्टर इंडिया' में हमने देखा है। प्रकरण इस तरह है कि बहरीन के शाही परिवार के एक सदस्य पर इजिप्ट के रहने वाले व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उसने 3.4 करोड़ डॉलर इस काम के लिए उनसे लिए कि वह भारतीय फिल्म सितारों से उनकी मुलाकात कराएगा।

इस तरह इस प्रकरण में भारतीय सितारे अदृश्य पात्र हैं। शेख हम्माद को भारतीय सितारों से मुलाकात करने का इतना जुनून था कि उन्होंने समीर कुरेशी नामक आदमी की सेवा भी इसी काम के लिए ली। यह भी सिद्ध हुआ कि किसी सितारे ने इस तरह की मुलाकात के लिए कोई धन नहीं लिया। ब्रिटिश अदालत ने यह मामला इसलिए खारिज किया कि पूरे प्रकरण के कोई लिखित दस्तावेज नहीं थे। सारे सौदे जबानी तय हुए थे। आश्चर्य यह है कि अदालत ने इस तथ्य को अनदेखा किया कि ब्रिटेन में लिखे हुए संविधान से अधिक आदर अलिखित परम्पराओं को दिया जाता है।

प्राय: संगठित अपराध सरगना भी सितारों से मुलाकात के लिए बेकरार रहे हैं और उन्होंने मुलाकात का जुगाड़ निकाला खाड़ी देश में क्रिकेट मैच आयोजित करके। इन खेलों को देखने के लिए सितारों को भी निमंत्रित किया। अपनी युवावस्था में किसी सितारे का प्रशंसक व्यक्ति अपराध जगत में धन कमाने के बाद अपने प्रिय सितारे से मिलने का जुगाड़ करता है। वर्तमान में भारतीय उद्योगपति भी आईपीएल क्रिकेट तमाशे में पूंजी निवेश करते हैं और सितारे मैच देखने आते हैं। इस तरह मुलाकात का जुगाड़ जमाया जाता है। कुछ सितारों ने भी इस तमाशे में पूंजी निवेश किया है। प्रीति जिंटा अपनी टीम के सभी मैच देखती हैं और टीम द्वारा बनाई जाने वाली रणनीति की बहस में भी भाग लेती हैं।

सितारों का पक्ष यह है कि वे अपने प्रशंसकों से मिलते रहे तो उनके पास काम करने के लिए समय ही नहीं रहेगा। अपने परिवार या मित्रों की सिफारिश पर वे कुछ प्रशंसकों से मिलते हैं परंतु यह मुलाकात उनकी याददाश्त में दर्ज नहीं होती। यह एक रस्म अदायगी मात्र होती है। इस प्रकरण पर अगाथा क्रिस्टी ने एक उपन्यास लिखा 'मिरर क्रेक्ड फ्रॉम साइड टू साइड'। उपन्यास में एक लोकप्रिय सितारा एक लोकेशन पर फिल्म की शूटिंग कर रही है। किसी नज़दीकी की सिफारिश पर वह अपनी प्रशंसिका से मुलाकात करती है और यह तय होता है कि प्रशंसिका कुछ दिन यूनिट की मेहमान होगी। शूटिंग के अंतिम दिन पूरी यूनिट के लिए दावत रखी जाती है। शैम्पेन का गिलास सितारा को दिया जाता है, जो अपना प्रेम प्रकट करते हुए वह गिलास अपनी प्रशंसिका को देती है जिसे पीते ही वह मर जाती है। उसमें विष मिलाया गया था। पुलिस यह मानती है कि यह साजिश सितारा को मारने की थी, जिसने औपचारिकतावश वह कोल्ड ड्रिंक अपनी प्रशंसक को दिया। अगाथा क्रिस्टी ने अपने उपन्यासों के लिए दो जासूस पात्र गढ़े जो अलग-अलग उपन्यासों में सक्रिय दिखाए गए। एक जासूस बेल्जियम का रहने वाला हरक्यूल पायरो है और दूसरी उम्रदराज महिला मिस जेन मारपल है। जब अनुराग बसु ने रणवीर कपूर और कैटरीना कैफ अभिनीत 'जग्गा जासूस' की घोषणा की तो खाकसार ने अनुमान लगाया कि फिल्मकार पायरो और मारपल को साथ ला रहा है परन्तु फिल्म तो चूंचूं का मुरब्बा साबित हुई। बहरहाल, मिस मारपल तहकीकात के लिए आमंत्रित की जाती हैं। वह यह खोज निकालती हैं कि पेय में जहर नायिका ने स्वयं मिलाया है, क्योंकि कुछ वर्ष पूर्व यही प्रशंसिका बुखार होने के बावजूद अपनी प्रिय सितारा से मिलने आई और उसका इंफेक्शन सितारा को लगा जिस कारण एक बड़े बजट की महत्वपूर्ण फिल्म उसे खोनी पड़ी। प्रशंसिका मीजल्स से ग्रसित थी। यह अगाथा क्रिस्टी का जीनियस है कि उसने इस उपन्यास के नाम में 'आईना' (मिरर) शब्द का इस्तेमाल किया है क्योंकि सितारे आईना बार-बार देखते हैं। हर शॉट लेने के पहले अपना मेकअप चेक करने के लिए आईना देखना होता है। हर सितारे को अपनी युवा अवस्था में आईना मित्र लगता है और बुढ़ापे में शत्रु-सा नज़र आता है। अमेरिका में शूटिंग समाप्त करके सितारे ने एक दावत दी जिसमें शरीक होने के लिए 100 डॉलर अदा करने पड़ते थे। डिनर टेबल सितारे के करीब रखने पर अतिरिक्त डॉलर देने होते थे। सितारों को इसी का अनुसरण करना चाहिए और इस तरह एकत्रित धन आवाम की भलाई के कामों में लगाना चाहिए। प्रशंसकों के जुनून के कारण ही सितारे की हैसियत बनती है। अपनी असफलता के दौर में सितारा प्रशंसकों के लिए तरस जाता है। गालिब साहब का एक शेर इस तरह है- 'दूसरों से मुलाकात बड़ी आसान है साकी, खुद अपनी हस्ती से मुलाकात बड़ी मुश्किल है।'