सिनेमा और टेलीविजन के सितारे / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि :20 अगस्त 2015
मीडिया समग्र के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय का आकलन करने वाले विशेषज्ञों ने अखबार व्यवसाय, टेलीविजन और सिनेमा को एक ही दल में रखकर जो उजली तस्वीर सात प्रतिशत बढ़त की प्रस्तुत की है, वह अखबार प्रकाशन एंव सिनेमा उद्योग के साथ न्याय नहीं करती। फिल्मी आय के प्रकाशित आंकड़ों का मूल शुद्ध आय बमुश्किल 42 प्रतिशत ही होता है और फिल्मों में सफलता की आधा दर्जन चिड़ियों के चहकने से बसंत का नतीजा निकालना वैसा ही है जैसे रेगिस्तान में तालाब की छवि का उभरना। सिनेमा के साथ ऐसा ग्लैमर जुड़ा है कि टेलीविजन के सफल सितारे और निर्माता फिल्मों में आने को आतुर हैं। मसलन छोटे परदे का बड़ा सितारा राम कपूर साजिद खान की फूहड़ फिल्म में महिलाओं की बिकनी में नजर आते हैं। टेलीविजन की दुनिया में सैर पर तकनीशियन और सह सितारे उनका इंतजार करते हैं और किसी की मजाल नहीं कि देर से आने पर कोई शिकायत करे या उनके मुख से रस्मी अफसोस का वह महान शब्द 'सॉरी' निकल जाएं और वे ही राम कपूर फिल्म के सेट पर नायक का घंटों इंतजार करते हैं। शायद इसीलिए कहावत है कि स्वर्ग में चाकरी से बेहतर है नर्क का सूबेदार होना।
सितारों के लिए अपने कॅरिअर की संध्या में टेलीविजन सहारा बन जाता है, कुछ सितारे कॅरिअर की संध्या में राजनीति में चले जाते हैं। मकसद तो है माल बनाना और लाइम लाइट के चंचल आते-जाते प्रकाशवृत में बने रहना। ज्ञातव्य है कि अमिताभ बच्चन एक दौर में गर्दिश में थे और 'कौन बनेगा करोड़पति' के सफल संचालन ने उनके लिए फिल्मों में पुन: केंद्रीय भूमिकाओं के अवसर उपलब्ध कराए और अपने अनुशासन और समय पर काम करने के कारण, अनेक बीमारियों का वहन करते हुए, आज भी सक्रिय हैं और संभवत: शाहरुख खान से भी अधिक सम्पति के मालिक हैं। इस सुपर सितारे के जीवन के संकट-काल में टेलीविजन ने परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया। माधुरी भी अपने संध्या काल के निकट आते-आते टेलीविजन और विज्ञापनों से करोड़ों कमा रही है। सितारे अपनी हर वय में फसल काटते हैं।
बहरहाल इसके अपवाद भी जाते हैं। 32 वर्षीय प्रियंका आज भी शिखर सितारा है और सिनेमा की इस 'मैरी काम' ने सिनेमा के रिंग में कई नाक आउट किए हैं और इन दिनों कनाडा में रहकर अमेरिका की शिखर टेलीविजन के प्राइम टाइम शो 'क्वान्टिको' की नायिका हैं और यह उस सफल शो के दूसरे सत्र के लिए किया जाता है। भोपाल में प्रकाश झा की 'गंगाजल' की शूटिंग पूरी करके वे सीधे टोरंटो पहुंचीं। इस सीरियल के लिए शरीर को चुस्त दुरुस्त बनाए रखने में घंटों 'मैरी काम' मेहनत करती हैं। प्रिंयका चोपड़ा ने संजय लीला भंसाली की 'बाजीराव मस्तानी' में बाजीराव की पत्नी की भूमिका की शूटिंग पूरी कर ली। मुंबई में अनेक निर्माता उनका इंतजार कर रहे हैं।
इस वर्ष क्रिसमस के उत्सव पर रोहित शेट्टी एवं शाहरुख खान की 'दिलवाले' और संजय भंसाली की दीपिका, प्रियंका व रनवीर सिंह अभिनीत 'बाजीराव' मस्तानी' की भिडंत है, अत: महीनों पूर्व प्रचार की जंग में शाहरुख खान के सामने उनकी विगत सफल फिल्मों की नायिकाएं दीपिका पादुकोण और प्रिंयका चोपड़ा खड़ी होंगी।
यह मुकाबला संभवत: दोनों फिल्मों में अधिक रोचक होगा। जिसका संकेत एक छोटी-सी घटना से यूं मिला कि दीपिका पादुकोण ने अपने ट्विटर पर भंसाली की फिल्म की प्रशंसा की जो स्वाभाविक है परंतु अफवाह है कि बादशाह खान खफा हो गए तो दीपिका को अपना बयान वापस लेना पड़ा। ज्ञातव्य है कि अपनी 'डॉन शृंखला' की नायिका प्रियंका चोपड़ा से उनकी प्रचारित नज़दीकी से गौरी भक्त करण जौहर ने अपने मेहमानों की सूची से प्रियंका चोपड़ा को हटा दिया और बादशाह भी खफा हो गए परंतु करण जौहर चपल और मुलायम इतने हैं कि हर कैम्प के सदस्य हो जाते है। उन्होंने अपनी 'अग्निपथ' के प्रियंका चोपड़ा को नायिका ले लिया।
सिनेमा जगत के सारे रिश्तों पर अवसरों और बॉक्स ऑफिस का प्रभाव रहता है जैसे चुनाव के राजनीतिक गठगंधन नतीजों के बाद नए समीकरण बना लेते है। अब एक तरफ मुस्लिम देशों के शत्रु इजराइल से संबंध बढ़ाकर मोदी साहब खाड़ी देश की मस्जिद भी हो आए, क्योंकि पेट्रोल किसी से कुछ भी करा लेता है। पेट्रोल डॉलर का बड़ा महत्व है।