सृजन का इंजन ही फिल्म की सबसे अहम पूंजी / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि : 30 नवम्बर 2021
आमिर खान द्वारा बनाई जाने वाली फिल्म में रणबीर कपूर नायक की भूमिका अभिनीत करने जा रहे हैं। शूटिंग अगले वर्ष अप्रैल माह में प्रारंभ होने जा रही है। ज्ञातव्य है कि राजकुमार हिरानी की फिल्म ‘पीके’ के एक सीन में दोनों ने साथ में अभिनय किया था। दोनों ही प्रतिभाशाली हैं। लंबे समय से बन रही रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ का प्रदर्शन भी अगले वर्ष होने जा रहा है। उसी समय रणवीर का पाली हिल में बन रहा स्टूडियो भी बन जाएगा। कुछ शूटिंग इसी स्टूडियो में होगी और कुछ दिन आमिर खान के पंचगनी स्थित फार्म हाउस में। क्या आमिर खान द्वारा बनाई गई रणवीर अभिनीत फिल्म में आलिया भट्ट नायिका होंगी?
रणबीर की अभिनय यात्रा संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘सांवरिया’ से प्रारंभ हुई थी। इस फिल्म को दर्शक वर्ग में पसंद नहीं किया गया था। इस हादसे के बाद भी रणबीर को कई अवसर मिलते रहे। उन्होंने अनुराग बसु की लीक से हटकर फिल्म ‘बर्फी’ में यादगार भूमिका अभिनीत की थी। रणबीर के जीवन और अभिनय में उनकी माता नीतू कपूर का मार्गदर्शन हमेशा रहा है। परंपरा आज भी कायम है। आलिया के पिता महेश भट्ट भी किफायत के साथ अल्प बजट की फिल्में बनाते रहे हैं और रणबीर कपूर खुले हाथ से आवश्यकता से अधिक धन खर्च करने के आदी रहे हैं। प्रेम के सेतु पर परस्पर विरोधी विचार वाले लोग भी एक-दूजे के हो जाते हैं। आमिर खान संतुलन बनाने की कला में माहिर रहे हैं। आमिर की पटकथा में हर छोटी से छोटी बात का भी पूरा विवरण दर्ज किया जाता है। उनके सभी सहयोगी पूरी तरह से तैयार रहते हैं। शूटिंग के पहले ही पटकथा का समूह वाचन कई बार कर लिया जाता है। इस तरह की भावना से सृजन का इंजन चलता है। फिल्म की महत्वपूर्ण पूंजी यही भावना है।
रणबीर कपूर और अयान मुखर्जी की मित्रता बहुत गहरी है। ‘वेक अप सिड’ से ‘ब्रह्मास्त्र’ तक वे जुड़वा भाइयों की तरह काम करते रहे हैं। वे प्रतिदिन लगभग 12 घंटे साथ रहते हैं। आमिर की फिल्म की शूटिंग के समय भी अयान, रणबीर के साथ ही होंगे। यह संभव है कि अयान मुखर्जी, आमिर खान को कुछ सुझाव दें। आमिर फिल्म की गुणवत्ता के लिए सभी कुछ करने को तत्पर रहते हैं। यह फिल्म सिनेमाघरों में प्रदर्शन के लिए बनाई जा रही है। सारे फिल्मकार दर्शकों को सिनेमाघर लाना चाहते हैं। टेलीविजन पर दिखाए जाने से बात नहीं बनती। दर्शकों की सामूहिक प्रतिक्रिया अत्यंत महत्वपूर्ण है। टेलीविजन पर फिल्म प्रसारण होता है तो परिवार के सदस्यों में वार्तालाप जारी रहता है, खाना पीना भी चलता रहता है।
यह तो तय है कि फिल्म प्रदर्शन पूर्व राजकुमार हिरानी को दिखाई जाएगी और उनकी राय आमिर और रणबीर दोनों के लिए महत्वपूर्ण होगी। हिरानी बहुत कम बोलते हैं परंतु उनकी खामोशी भी बहुत कुछ अभिव्यक्त करती है। यह संभव है कि उस समय हिरानी अपनी शाहरुख अभिनीत फिल्म में व्यस्त हो जाएं। रणबीर कपूर पटकथा को रक्त की तरह अपनी नसों में प्रवाहित करते हैं। हर अभिनेता को शूटिंग समाप्त होने के बाद अपनी भूमिका से मुक्त होने में कुछ समय लगता है। मार्लन ब्रैंडो फिल्म की शूटिंग के बाद अपने निजी द्वीप पर लंबा समय व्यतीत करते थे। यह संभव है कि हर भूमिका का कुछ प्रभाव उसी तरह वैचारिक बर्तन में रह जाता हो जैसा दूध निकालने के बाद बर्तन के तलछट रह जाता है। बहरहाल अभी तक इस फिल्म का टाइटल तय नहीं है। रणबीर अपने अभिनय का मेहनताना अपनी मां नीतू कपूर और फिल्मकार पर छोड़ देते हैं। सृजन करने वालों को चांदी की दीवार की परवाह नहीं होती। गौरतलब है कि सबसे बड़ा दर्शक वर्ग भारत में है और सबसे कम सिनेमाघर भी। भारत में क्या टूरिंग टॉकीज की वापसी हो सकती है? वर्तमान में उत्सव संध्या में हुई बढ़त टूरिंग टॉकीज की दूसरी पारी के लिए अनुकूल है।