सोनम कपूर को भव्य अवसर / जयप्रकाश चौकसे
प्रकाशन तिथि : 08 फरवरी 2014
शिखर सितारे दीपिका, कटरीना कैफ, प्रियंका चोपड़ा अनेक फिल्मों के लिए अनुबंधित हैं, अत: इसी वर्ष बनने वाली कुछ भव्य फिल्में सोनम कपूर को मिल रही हैं। विगत वर्ष 'रांझना' और 'भाग मिल्खा भाग' की सफलता के कारण सोनम कपूर की मांग भी बढ़ी है और आदित्य चोपड़ा की निर्माणाधीन 'बेवकूफियां' में सोनम कपूर के अभिनय की प्रशंसा उद्योग के भीतर जोर-शोर से चल रही है। सोनम कपूर ने अरबाज खान की 'डॉली की डोली' अनुबंधित की जिसे करीना, कटरीना और परिणिति नकार चुकी थीं, अत: खान कैम्प में उनके लिए एक खिड़की खुली तो उसके द्वारा वह सलमान खान अभिनीत सूरज बडज़ात्या की 'बड़े भय्या' में प्रवेश कर गई और 'बेवकूफियां' में उसके काम से प्रभावित आदित्य चोपड़ा उसे शाहरुख अभिनीत 'रईस' के लिए आगे बढ़ा रहे हैं।
फिल्म उद्योग में केवल प्रतिभा से ही बड़े अवसर नहीं मिलते, कुछ घटनाओं का संयोग आवश्यक माना जाता है जिसे लोकप्रिय अंदाज में भाग्य भी कहा जाता है। याद कीजिए कि कुछ वर्ष पूर्व जब करीना कपूर ने अपने जायज हक के पैसे मांगना शुरू किया तब आदित्य चोपड़ा और करण जौहर की कुछ शाहरुख खान अभिनीत फिल्में प्रीति जिंटा को मिल गई जैसे 'वीरजारा' और 'कल हो ना हो' इत्यादि। इन निर्माताओं के पास करीना कपूर की वापसी के साथ प्रीति जिंटा पटाक्षेप कर गई। इसी तरह आज दीपिका व कटरीना के अन्य अनुबंधों के कारण सोनम कपूर को भव्य अवसर मिल गए हैं जिसका यह अर्थ नहीं कि वह सुंदर नहीं है या प्रतिभाशाली नहीं है परंतु सांवरिया के बाद अनेक असफल फिल्मों के कारण उसे 'समाप्त' माने जाने का भ्रम अब टूट गया है। सारांश यह कि मनुष्य के जीवन में परिवर्तन मात्र उसके साहस और प्रतिभा के कारण नहीं होता, कुछ अन्य घटनाएं है जिस पर उसका जोर नहीं है परंतु वे घटनाएं उसके जीवन को प्रभावित करती हैं। शायद हम सभी किसी विराट पटकथा के पात्र है और भूमिकाओं का घटना या बढऩा एक बड़े स्वचलित कार्यकलाप का हिस्सा है। किसी अन्य गहरे संदर्भ में टीएस एलियट ने इस आशय की बात कही है कि वह व्यक्ति मूर्ख है जो यह समझता है कि समय का चक्र वह चला रहा है जिसका वह मात्र एक छोटा अंश है।
इन बातों से इस नतीजे पर पहुंचना गलत होगा कि सभी कुछ इस 'विराट पटकथा' के अनुरूप चल रहा है और मनुष्य कुछ नहीं है। यह मनुष्य ही है जिसके परिश्रम और प्रतिभा से प्रारब्ध भी बदलता है और जिस लोकप्रिय भाग्य अवधारणा की बात होती है तो स्वयं अपने हाथ की रेखाओं को गौर से देखें, वे आपके प्रयासों से निरंतर बदलती रहती हैं। इस तरह पूर्वजन्म के पाप-पुण्य का वर्तमान पर प्रभाव भी महज अफसाना है या कहे कि उसके दम पर अनेक लोगों की दुकानदारी चलती है क्योंकि प्रकृति कभी कोई डुप्लीकेशन नहीं करती और इस तथ्य को धर्म तथा विज्ञान दोनों ही मानते हैं तो यह कैसा प्रचार है कि विगत जन्म के पाप पुण्य इस जन्म में दोहराये जा रहे है?
सोनम परिश्रमी रही है और अपनी बहन रिया के साथ बनाई उसकी पहली फिल्म 'आयशा' नहीं चली तो उन दोनों बहनों ने रेखा अभिनीत 'खूबसूरत' का नया संस्करण आधे से अधिक बना लिया है। यह भी हमें याद रखना है कि वे अनिल कपूर की बेटियां है जो आज भी अत्यंत सक्रिय है और कॅरिअर की ढलान पर 'स्लमडॉग मिलियनेयर' के द्वारा उसने वापसी की है और '24' जैसा महान सीरियल बनाया है। ताजा समाचार यह है कि बोनी कपूर की सफल 'नो एन्ट्री' के अगले हिस्से का प्रारंभ जून-जुलाई में होने जा रहा है और सलमान खान, अनिल कपूर और फरदीन इस बार दोहरी भूमिकाओं में सामने आएंगे। बोनी कपूर अपने पुत्र अर्जुन के साथ 'तेवर' बनाने जा रहे है गोयाकि यह कपूर घराना भी पूरी तरह सक्रिय है। उनके बुजुर्ग फरमा गए है 'जीना यहां, मरना यहां इसके सिवा जाना कहां'।