सोफिया लॉरेन: शोखियों में घोला फूलों का शबाब / जयप्रकाश चौकसे

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सोफिया लॉरेन: शोखियों में घोला फूलों का शबाब
प्रकाशन तिथि : 04 अप्रैल 2020


कोरोना के कारण इटली में चौदह हजार व्यक्ति मर चुके हैं। इटली का नाम लेते ही सोफिया लॉरेन की याद आती है। सोफिया की मां को उसके प्रेमी ने धोखा दिया था, इसलिए सोफिया नाजायज संतान मानी गई। सोफिया की मां का नाम रोमिल्डा विलानी था। वह अभिनय क्षेत्र में जाना चाहती थी, परंतु सफल नहीं हुई। रोमिल्डा विलानी पियानो बजाती थी। आठ लोगों के परिवार का गुजारा बमुश्किल हो पाता था। तीन कमरे के छोटे मकान में आठ सदस्य रहते थे। परिवार नेपल्स में रहता था, जहां दूसरे युद्ध में बहुत बमबारी हुई थी। 14 वर्ष की सोफिया ने एक सौंदर्य प्रतियोगिता जीती और उसे फिल्मों में छोटी भूमिकाएं मिलने लगीं।

इन छोटी भूमिकाओं में फिल्मकारों ने सोफिया लॉरेन के खूबसूरत जिस्म की नुमाइश की और मीडिया ने उसे सेक्स सिंबल कहना प्रारंभ कर दिया। उसे इस बात का दु:ख था कि उसे कलाकार नहीं माना जा रहा है। यह प्रकरण हमें विद्या बालन अभिनीत फिल्म ‘डर्टी पिक्चर’ की याद दिलाता है। इटली के फिल्मकार कार्लो पोंटी ने सोफिया की प्रतिभा को पहचाना और ऐसी फिल्में बनाईं जो सोफिया लॉरेन को सेक्स सिंबल खिताब से मुक्त करा सकें। अलबर्तो मोरानिया के उपन्यास ‘टू वीमैन’ से प्रेरित फिल्म में पहली बार सोफिया लॉरेन के अभिनय की प्रशंसा हुई। इस फिल्म में एक दृश्य में सोफिया अभिनीत पात्र दूसरे विश्व युद्ध की आग से बचते हुए एक चर्च में शरण लेती है, जहां उसके साथ दुष्कर्म होता है। सोफिया ने इस दृश्य में बड़ा प्रभावोत्पादक अभिनय किया। सोफिया ने सितारा हैसियत अर्जित की। वह हॉलीवुड में चमकना चाहती थी। निर्माता हॉवर्ड यूजेस ने उसके साथ अनुबंध किया, परंतु कोई फिल्म नहीं बनाई। सोफिया के कुछ वर्ष बेकार चले गए, परंतु रॉक हडसन के साथ बनी फिल्म ‘कम सेप्टेम्बर’ ने उसे हॉलीवुड में भी सफल सितारे के रूप में स्थापित कर दिया। शॉन कोनरी के साथ ‘वीमैन ऑफ स्ट्रा’ अत्यंत सफल रही।

सन् 1949 में उसका पहला विवाह यूगोस्लाव के डॉक्टर मिल्को स्कोफी से हुआ जो अधिक समय तक टिक नहीं सका। अत: उसने तलाक ले लिया। सन् 1957 में कैरी ग्रांट और फ्रेंक सिनेट्रा के साथ ‘द प्राइड पेशन’ में उसे सराहा गया। कार्लो पोंटी ने सोफिया और एंटोनी पार्किंसन के साथ ‘डिजायर अंडर आल्पस’ का निर्माण किया। कार्लो पोंटी ने ही क्लार्क गैबल और सोफिया लॉरेन के साथ सफल फिल्म ‘इट स्टार्टेड इन नेपल्स’ बनाई। कार्लो लगातार सोफिया के लिए बेहतर अवसर बनाते थे। इस तरह एक प्रेम कहानी विकसित होने लगी। कार्लो पोंटी, सोफिया को सेक्स सिंबल के प्रचारित खिताब से मुक्त कराकर उसके कलाकार स्वरूप को प्रस्तुत करने का प्रयास करते थे। प्राय: चित्रकार और मॉडल में प्रेम हो जाता है। अशोक कुमार और नरगिस अभिनीत ‘बेवफा’ मेंं भी चित्रकार और मॉडल की प्रेमकथा प्रस्तुत की गई थी।

इटली में दो तलाकशुदा लोगों के विवाह की इजाजत नहीं थी, अत: दोनों ने मैक्सिको जाकर विवाह किया। शादी के समय कार्लो मैक्सिको में थे और दुल्हन सोफिया अमेरिका में थी। यह विवाह 1957 में हुआ था और 1966 में उन्होंने दोबारा विवाह किया। यह कवायद इटली में विवाह को स्वीकार किए जाने के लिए की गई। कार्लो पोंटी और सोफिया की प्रेमकथा और विवाह भी उनकी फिल्मों जैसे रोचक रहे।

चार कमरों के छोटे से मकान में आठ लोगों के साथ रहने वाली सोफिया लॉरेन ने बाद में पचास कमरों वाली हवेली खरीदी। उसका जीवन दंतकथा की सिंड्रेला की तरह रहा। कार्लो पोंटी ने सोफिया लारेन अभिनीत ‘मैरिज इटैलियन स्टाइल’ का निर्माण किया। यह अत्यंत मनोरंजक व्यंग्य फिल्म थी। कथा में नायिका से अनचाहे एक अपराध हो गया है और उसे सजा हुई है, परंतु उस समय वह गर्भवती थी और उनके देश के कानून के अनुसार गर्भवती को जेल नहीं भेजा जा सकता। बच्चे के जन्म के बाद चालीस दिन तक कैद नहीं किया जा सकता। सजा से बचने के लिए वह बार-बार गर्भ धारण करती है। इस तरह आधा दर्जन बच्चों का जन्म होता है। एक बार वह गर्भवती नहीं हो पाने के कारण अपने पति की पिटाई करती है कि वह इस कदर निकम्मा है कि एक अदद बच्चा और उसे नहीं दे सकता? चार्ली चैपलिन भी सोफिया लॉरेन से प्रभावित थे। उन्होंने उसे लेकर काउंटेस फ्रॉम हांगकांग’ नामक फिल्म बनाई।

इटली में शीत ऋतु में वर्षा होती है। इसे समशीतोष्ण जलवायु कहते हैं। इस कारण वहां फल बहुत अधिक पैदा होते हैं। वाइन बनाने के कारखाने हैं। इटली की वाइन सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। इटली की सोफिया लॉरेन भी एक नशा ही साबित हुई, जिसका हैंगओवर आज भी कायम है। इटली में दिए जाने वाले ऑस्कर पुरस्कार की तरह का पुरस्कार सोफिया लॉरेन को कई फिल्मों के लिए मिला?