तीन तारे / हिमांशु जोशी / पृष्ठ 1
Gadya Kosh से
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किशोर मन की उड़ानों के लिए सारा आकाश ही छोटा पड़ जाता है। किशोरों की इस दुनिया में जड़ और जंगल, पशु और पक्षी सभी कुछ तो मनुष्यों के मित्र और सहायक होते हैं। इस मनोरंजक कहानी में गधे के दो नन्हे-मुन्ने बच्चे एक मानव किशोर के परम मित्र बनकर बड़ी ही रोमांचक और साहसपूर्ण यात्रा पर निकल पड़े हैं।
पग-पग पर आपदाएं आती हैं-चोर लुटेरे हैं, हिंसक जन्तु उनसे भी डरावने डाकू हैं। पर तीनों मित्र अपनी सूझ-बूझ और हिम्मत से सबको छकाते हुए अपना उद्धार करते हैं और दूसरे कई बालकों का उद्धार भी करते हैं। और इस बहुत बड़ी दुनिया में घूम-भटक कर लौट आते हैं।
जिस शान से वे घर लौट, अपनी यात्रा में जो ज्ञान और साहस उन्होंने संचित किया, आपदाओं की भट्ठी में मैत्री के सोने को उन्होंने जैसा कंचन बनाया, वह सभी किशोर पाठकों को भी प्राप्त हो।
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