समर्पण / महात्मा गांधी और सिनेमा / जयप्रकाश चौकसे

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समर्पण
जयप्रकाश चौकसे

यह पुस्तक अपनी बहू डॉ. अनीता-प्रमथ्यु एवं छवि-आदित्य तथा पौत्री प्रथमा, पौत्र अक्षर, पुण्य और मंत्र को इस आशा के साथ समर्पित है कि जैसे भारत, महात्मा गांधी और सिनेमा ने मेरा और मेरी पत्नी ऊषा का पथ प्रशस्त किया, वैसे ही उनका और उनकी पीढ़ी का भी करे।

3 जुलाई, 2012

जयप्रकाश चौकसे